13 May, 2020

बाइबल में "धन्य" वाक्य कहाँ कहाँ पाया जाता है ?


बाइबिल से धन्य वचन


पुराने नियम


  1. फिर उसने कहा, शेम का परमेश्वर यहोवा धन्य है, और कनान शेम का दास होवे।

उत्पत्ति 9:26


  1.  उसने अब्राम को यह आशीर्वाद दिया, कि परमप्रधान ईश्वर की ओर से, जो आकाश और पृथ्वी का अधिकारी है, तू धन्य हो।

उत्पत्ति 14:19


  1.  धन्य है परमप्रधान ईश्वर, जिसने तेरे द्रोहियों को तेरे वश में कर दिया है। तब अब्राम ने उसको सब का दशमांश दिया।

उत्पत्ति 14:20


  1. पृथ्वी की सारी जातियां अपने को तेरे वंश के कारण धन्य मानेंगी: क्योंकि तू ने मेरी बात मानी है।

उत्पत्ति 22:18


  1. धन्य है मेरे स्वामी इब्राहीम का परमेश्वर यहोवा, कि उसने अपनी करूणा और सच्चाई को मेरे स्वामी पर से हटा नहीं लिया: यहोवा ने मुझ को ठीक मार्ग पर चला कर मेरे स्वामी के भाई बन्धुओं के घर पर पहुचा दिया है।

उत्पत्ति 24:27


  1. उसने कहा, हे यहोवा की ओर से धन्य पुरूष भीतर आ: तू क्यों बाहर खड़ा है? मैं ने घर को, और ऊंटो के लिये भी स्थान तैयार किया है।

उत्पत्ति 24:31


  1. फिर मैं ने सिर झुका कर यहोवा को दण्डवत किया, और अपने स्वामी इब्राहीम के परमेश्वर यहोवा को धन्य कहा, क्योंकि उसने मुझे ठीक मार्ग से पहुंचाया कि मैं अपने स्वामी के पुत्र के लिये उसकी भतीजी को ले जाऊं।

उत्पत्ति 24:48


  1.  मैं तेरे वंश को आकाश के तारागण के समान करूंगा। और मैं तेरे वंश को ये सब देश दूंगा, और पृथ्वी की सारी जातियां तेरे वंश के कारण अपने को धन्य मानेंगी।

उत्पत्ति 26:4


  1. उन्होंने कहा, हम ने तो प्रत्यक्ष देखा है, कि यहोवा तेरे साथ रहता है: सो हम ने सोचा, कि तू तो यहोवा की ओर से धन्य है, सो हमारे तेरे बीच में शपथ खाई जाए, और हम तुझ से इस विषय की वाचा बन्धाएं;

उत्पत्ति 26:28


    (10) फिर वह गर्भवती हुई और उसके एक और पुत्र उत्पन्न हुआ; और उसने कहा, अब की बार तो मैं यहोवा का धन्यवाद करूंगी, इसलिये उसने उसका नाम यहूदा रखा; तब उसकी कोख बन्द हो गई॥

उत्पत्ति 29:35


(11) तब लिआ: ने कहा, मैं धन्य हूं; निश्चय स्त्रियां मुझे धन्य कहेंगी: सो उसने उसका नाम आशेर रखा।

उत्पत्ति 30:13


(12) हे यहूदा, तेरे भाई तेरा धन्यवाद करेंगे, तेरा हाथ तेरे शत्रुओं की गर्दन पर पड़ेगा; तेरे पिता के पुत्र तुझे दण्डवत करेंगे॥

उत्पत्ति 49:8


 (13) धन्य है यहोवा, जिसने तुम को फिरौन और मिस्रियों के वश से छुड़ाया, जिसने तुम लोगों को मिस्रियों की मुट्ठी में से छुड़ाया है।

निर्गमन 18:10


(15) यदि वह उसे धन्यवाद के लिये चढ़ाए, तो धन्यवाद-बलि के साथ तेल से सने हुए अखमीरी फुलके, और तेल से चुपड़ी हुई अखमीरी फुलके, और तेल से चुपड़ी हुई अखमीरी रोटियां, और तेल से सने हुए मैदे के फुलके तेल से तर चढ़ाए।

लैव्यवस्था 7:12


(16)  वह अपने धन्यवाद वाले मेलबलि के साथ अखमीरी रोटियां भी चढ़ाए।

लैव्यवस्था 7:13


(17)  उस धन्यवाद वाले मेलबलि का मांस बलिदान चढ़ाने के दिन ही खाया जाए; उस में से कुछ भी भोर तक शेष न रह जाए।

लैव्यवस्था 7:15


(18 जब तुम यहोवा के लिये धन्यवाद का मेलबलि चढ़ाओ, तो उसे इसी प्रकार से करना जिस से वह ग्रहणयोग्य ठहरे॥

लैव्यवस्था 22:29


(19) इसलिये आ, और उन लोगों को मेरे निमित्त शाप दे, क्योंकि वे मुझ से अधिक बलवन्त हैं, तब सम्भव है कि हम उन पर जयवन्त हों, और हम सब इन को अपने देश से मारकर निकाल दें; क्योंकि यह तो मैं जानता हूं कि जिस को तू आशीर्वाद देता है वह धन्य होता है, और जिस को तू शाप देता है वह स्रापित होता है।

गिनती 22:6


(20) तू सब देशों के लोगों से अधिक धन्य होगा; तेरे बीच में न पुरूष न स्त्री निर्वंश होगी, और तेरे पशुओं में भी ऐसा कोई न होगा।

व्यवस्थाविवरण 7:14


(21) तू पेट भर खाएगा, और उस उत्तम देश के कारण जो तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देगा उसका धन्य मानेगा।

व्यवस्थाविवरण 8:10


(22) धन्य हो तू नगर में, धन्य हो तू खेत में।

व्यवस्थाविवरण 28:3


(23) धन्य हो तेरी सन्तान, और तेरी भूमि की उपज, और गाय और भेड़-बकरी आदि पशुओं के बच्चे।

व्यवस्थाविवरण 28:4


(24) धन्य हो तेरी टोकरी और तेरी कठौती।

व्यवस्थाविवरण 28:5


(25) धन्य हो तू भीतर आते समय, और धन्य हो तू बाहर जाते समय।

व्यवस्थाविवरण 28:6


(26) फिर गाद के विषय में उसने कहा, धन्य वह है जो गाद को बढ़ाता है! गाद तो सिंहनी के समान रहता है, और बांह को, वरन सिर के चांद तक को फाड़ डालता है॥

व्यवस्थाविवरण 33:20


(27) हे इस्राएल, तू क्या ही धन्य है! हे यहोवा से उद्धार पाई हुई प्रजा, तेरे तुल्य कौन है? वह तो तेरी सहायता के लिये ढाल, और तेरे प्रताप के लिये तलवार है; तेरे शत्रु तुझे सराहेंगे, और तू उनके ऊंचे स्थानों को रौंदेगा॥

व्यवस्थाविवरण 33:29


(28) तब इस्राएली प्रसन्न हुए; और परमेश्वर को धन्य कहा, और रूबेनियों और गादियों से लड़ने और उनके रहने का देश उजाड़ने के लिये चढ़ाई करने की चर्चा फिर न की।

यहोशू 22:33


(29) कि इस्राएल के अगुवों ने जो अगुवाई की और प्रजा जो अपनी ही इच्छा से भरती हुई, इसके लिये यहोवा को धन्य कहो!

न्यायियों 5:2


(30) मेरा मन इस्राएल के हाकिमों की ओर लगा है, जो प्रजा के बीच में अपनी ही इच्छा से भरती हुए। यहोवा को धन्य कहो॥

न्यायियों 5:9


(31) सब स्त्रियों में से केनी हेबेर की स्त्री याएल धन्य ठहरेगी; डेरों में से रहनेवाली सब स्त्रियों में वह धन्य ठहरेगी॥

न्यायियों 5:24


(32) उसकी सास ने उस से पूछा, आज तू कहां बीनती, और कहां काम करती थी? धन्य वह हो जिसने तेरी सुधि ली है। तब उसने अपनी सास को बता दिया, कि मैं ने किस के पास काम किया, और कहा, कि जिस पुरूष के पास मैं ने आज काम किया उसका नाम बोअज है।

रूत 2:19


(33) तब स्त्रियों ने नाओमी से कहा, यहोवा धन्य है, जिसने तुझे आज छुड़ाने वाले कुटुम्बी के बिना नहीं छोड़ा; इस्राएल में इसका बड़ा नाम हो।

रूत 4:14


(34) ज्योंही तुम नगर में पहुंचो त्योंही वह तुम को ऊंचे स्थान पर खाना खाने को जाने से पहिले मिलेगा; क्योंकि जब तक वह न पहुंचे तब तक लोग भोजन करेंगे, इसलिये कि यज्ञ के विषय में वही धन्यवाद करता; तब उसके पीछे ही न्योतहरी भोजन करते हैं। इसलिये तुम अभी चढ़ जाओ, इसी समय वह तुम्हें मिलेगा।

1 शमूएल 9:13


(35) दाऊद ने अबीगैल से कहा, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा धन्य है, जिसने आज के दिन मुझ से भेंट करने के लिये तुझे भेजा है।

1 शमूएल 25:32


(36)  तेरा विवेक धन्य है, और तू आप भी धन्य है, कि तू ने मुझे आज के दिन खून करने और अपना पलटा आप लेने से रोक लिया है।

1 शमूएल 25:33


(37) नाबाल के मरने का हाल सुनकर दाऊद ने कहा, धन्य है यहोवा जिसने नाबाल के साथ मेरी नामधराई का मुकद्दमा लड़कर अपने दास को बुराई से रोक रखा; और यहोवा ने नाबाल की बुराई को उसी के सिर पर लाद दिया है। तब दाऊद ने लोगों को अबीगैल के पास इसलिये भेजा कि वे उस से उसकी पत्नी होने की बातचीत करें।

1 शमूएल 25:39


(38) शाऊल ने दाऊद से कहा, हे मेरे बेटे दाऊद तू धन्य है! तू बड़े बड़े काम करेगा और तेरे काम सफल होंगे। तब दाऊद ने अपना मार्ग लिया, और शाऊल भी अपने स्थान को लौट गया॥

1 शमूएल 26:25


(39) तो अब प्रसन्न हो कर अपने दास के घराने पर ऐसी आशीष दे, कि वह तेरे सम्मुख सदैव बना रहे; क्योंकि, हे प्रभु यहोवा, तू ने ऐसा ही कहा है, और तेरे दास का घराना तुझ से आशीष पाकर सदैव धन्य रहे।

2 शमूएल 7:29


(40) तब अहीमास ने पुकार के राजा से कहा, कल्याण। फिर उसने भूमि पर मुंह के बल गिर राजा को दण्डवत् करके कहा, तेरा परमेश्वर यहोवा धन्य है, जिसने मेरे प्रभु राजा के विरुद्ध हाथ उठाने वाले मनुष्यों को तेरे वश में कर दिया है!

2 शमूएल 18:28


(41)यहोवा जीवित है; मेरी चट्टान धन्य है, और परमेश्वर जो मेरे उद्धार की चट्टान है, उसकी महिमा हो।

2 शमूएल 22:47


(42) धन्य है मेरा पलटा लेनेवाला ईश्वर, जो देश देश के लोगों को मेरे वश में कर देता है,

2 शमूएल 22:48


(43) इस कारण, हे यहोवा, मैं जाति जाति के साम्हने तेरा धन्यवाद करूंगा, और तेरे नाम का भजन गाऊंगा।

2 शमूएल 22:50


(44) फिर राजा के कर्मचारी हमारे प्रभु दाऊद राजा को यह कहकर धन्य कहने आए, कि तेरा परमेश्वर, सुलैमान का नाम, तेरे नाम से भी महान करे, और उसका राज्य तेरे राज्य से भी अधिक बढ़ाए; और राजा ने अपने पलंग पर दण्डवत् की।


1 राजा 1:47

(45) फिर राजा ने यह भी कहा, कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा धन्य है, जिसने आज मेरे देखते एक को मेरी गद्दी पर विराजमान किया है।


1 राजा 1:48

(46) परन्तु राजा सुलैमान धन्य रहेगा, और दाऊद का राज्य यहोवा के साम्हने सदैव दृढ़ रहेगा।


1 राजा 2:45

(47) सुलैमान की ये बातें सुनकर, हीराम बहुत आनन्दित हुआ, और कहा, आज यहोवा धन्य है, जिसने दाऊद को उस बड़ी जाति पर राज्य करने के लिये एक बुद्धिमान पुत्र दिया है।

1 राजा 5:7


(48)  उसने कहा, धन्य है इस्राएल का परमेश्वर यहोवा! जिसने अपने मुंह से मेरे पिता दाऊद को यह वचन दिया था, और अपने हाथ से उसे पूरा किया है,

1 राजा 8:15


(49) और खड़ा हो, समस्त इस्राएली सभा को ऊंचे स्वर से यह कहकर आशीर्वाद दिया, कि धन्य है यहोवा,

1 राजा 8:55


(50) और वे राजा को धन्य, धन्य, कहकर उस सब भलाई के कारण जो यहोवा ने अपने दास दाऊद और अपनी प्रजा इस्राएल से की थी, आनन्दित और मगन हो कर अपने अपने डेरे को चले गए।

1 राजा 8:66


(51) धन्य हैं तेरे जन! धन्य हैं तेरे ये सेवक! जो नित्य तेरे सम्मुख उपस्थित रहकर तेरी बुद्धि की बातें सुनते हैं।

1 राजा 10:8


(52) धन्य है तेरा परमेश्वर यहोवा! जो तुझ से ऐसा प्रसन्न हुआ कि तुझे इस्राएल की राजगद्दी पर विराजमान किया: यहोवा इस्राएल से सदा प्रेम रखता है, इस कारण उसने तुझे न्याय और धर्म करने को राजा बना दिया है।

1 राजा 10:9


(53) तब उसने कई लेवियों को इसलिये ठहरा दिया, कि यहोवा के सन्दूक के साम्हने सेवा टहल किया करें, और इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की चर्चा और उसका धन्यवाद और स्तुति किया करें।


(54) 1 इतिहास 16:4

तब उसी दिन दाऊद ने यहोवा का धन्यवाद करने का काम आसाप और उसके भाइयों को सौंप दिया।

1 इतिहास 16:7


(55) यहोवा का धन्यवाद करो, उस से प्रार्थना करो; देश देश में उसके कामों का प्रचार करो।

1 इतिहास 16:8


(56) यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; उसकी करुणा सदा की है।

1 इतिहास 16:34


(57) और यह कहो, कि हे हमारे उद्धार करने वाले परमेश्वर हमारा उद्धार कर, और हम को इकट्ठा कर के अन्यजातियों से छुड़ा, कि हम तेरे पवित्र नाम का धन्यवाद करें, और तेरी स्तुति करते हुए तेरे विषय बड़ाई करें।

1 इतिहास 16:35


(58) अनादिकाल से अनन्तकाल तक इस्राएल का परमेश्वर यहोवा धन्य है। तब सब प्रजा ने आमीन कहा: और यहोवा की स्तुति की।

1 इतिहास 16:36


(59) उनके संग उसने हेमान और यदूतून और दूसरों को भी जो नाम ले कर चुने गए थे ठहरा दिया, कि यहोवा की सदा की करुणा के कारण उसका धन्यवाद करें।

1 इतिहास 16:41


(60)  प्रति भोर और प्रति सांझ को यहोवा का धन्यवाद और उसकी स्तुति करने के लिये खड़े रहा करें।

1 इतिहास 23:30


(61) फिर यदूतून के पुत्रोंमें से गदल्याह, सरीयशायाह, हसब्याह, मत्तित्याह, थे ही छ: अपके पिता यदूतून की आज्ञा में होकर जो यहोवा का धन्यवाद और स्तुति कर करके नबूवत करता या, वीणा बजाते थे।

1 इतिहास 25:3


(62) तब दाऊद ने सारी सभा के सम्मुख यहोवा का धन्यवाद किया, और दाऊद ने कहा, हे यहोवा! हे हमारे मूल पुरुष इस्राएल के परमेश्वर! अनादिकाल से अनन्तकाल तक तू धन्य है।

1 इतिहास 29:10


(63) तब दाऊद ने सारी सभा से कहा, तुम अपने परमेश्वर यहोवा का धन्यवाद करो। तब सभा के सब लोगों ने अपने पितरों के परमेश्वर यहोवा का धन्यवाद किया, और अपना अपना सिर झुका कर यहोवा को और राजा को दण्डवत किया।

1 इतिहास 29:20


(64) फिर हूराम ने यह भी लिखा कि धन्य है इस्राएल का परमेश्वर यहोवा, जो आकाश और पृथ्वी का सृजनहार है, और उसने दाऊद राजा को एक बुद्धिमान, चतुर और समझदार पुत्र दिया है, ताकि वह यहोवा का एक भवन और अपना राजभवन भी बनाए।

2 इतिहास 2:12


(65) तो जब तुरहियां बजाने वाले और गाने वाले एक स्वर से यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे, और तुरहियां, झांझ आदि बाजे बजाते हुए यहोवा की यह स्तुति ऊंचे शब्द से करने लगे, कि वह भला है और उसकी करुणा सदा की है, तब यहोवा के भवन मे बादल छा गया,

2 इतिहास 5:13


(66) उसने कहा, धन्य है इस्राएल का परमेश्वर यहोवा, जिसने अपने मुंह से मेरे पिता दाऊद को यह वचन दिया था, और अपने हाथों से इसे पूरा किया है,

2 इतिहास 6:4


(67)  जब आग गिरी और यहोवा का तेज भवन पर छा गया, तब सब इस्राएली देखते रहे, और फर्श पर झुक कर अपना अपना मुंह भूमि की ओर किए हुए दण्डवत किया, और यों कह कर यहोवा का धन्यवाद किया कि, वह भला है, उसकी करुणा सदा की है।

2 इतिहास 7:3


(68) याजक अपना अपना कार्य करने को खड़े रहे, और लेवीय भी यहोवा के गीत के गाने के लिये बाजे लिये हुए खड़े थे, जिन्हें दाऊद राजा ने यहोवा की सदा की करुणा के कारण उसका धन्यवाद करने को बनाकर उनके द्वारा स्तुति कराई थी; और इनके साम्हने याजक लोग तुरहियां बजाते रहे; और सब इस्राएली खड़े रहे।

2 इतिहास 7:6


(69) धन्य हैं तेरे जन, धन्य हैं तेरे ये सेवक, जो नित्य तेरे सम्मुख उपस्थित रहकर तेरी बुद्धि की बातें सुनते हैं।

2 इतिहास 9:7


(70) धन्य है तेरा परमेश्वर यहोवा, जो तुझ से ऐसा प्रसन्न हुआ, कि तुझे अपनी राजगद्दी पर इसलिये विराजमान किया कि तू अपने परमेश्वर यहोवा की ओर से राज्य करे; तेरा परमेश्वर जो इस्राएल से प्रेम कर के उन्हें सदा के लिये स्थिर करना चाहता था, उसी कारण उसने तुझे न्याय और धर्म करने को उनका राजा बना दिया।

2 इतिहास 9:8


(71) तब उसने प्रजा के साथ सम्मति कर के कितनों को ठहराया, जो कि पवित्रता से शोभायमान हो कर हथियारबन्दों के आगे आगे चलते हुए यहोवा के गीत गाएं, और यह कहते हुए उसकी स्तुति करें, कि यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि उसकी करुणा सदा की है।

2 इतिहास 20:21


(72) चौथे दिन वे बराका नाम तराई में इकट्ठे हुए और वहां यहोवा का धन्यवाद किया; इस कारण उस स्थान का नाम बराका की ताराई पड़ा, जो आज तक है।

2 इतिहास 20:26


(73) तब हिजकिय्याह कहने लगा, अब तुम ने यहोवा के निमित्त अपना अर्पण किया है; इसलिये समीप आ कर यहोवा के भवन में मेलबलि और धन्यवादबलि पहुंचाओ। तब मण्डली के लोगों ने मेलबलि और धन्यवादबलि पहुंचा दिए, और जितने अपनी इच्छा से देना चाहते थे उन्होंने भी होमबलि पहुंचाए।

2 इतिहास 29:31


(74) हिजकिय्याह ने याजकों के दलों को और लेवियों को वरन याजकों और लेवियों दोनों को, प्रति दल के अनुसार और एक एक मनुष्य को उसकी सेवकाई के अनुसार इसलिये ठहरा दिया, कि वे यहोवा की छावनी के द्वारों के भीतर होमबलि, मेलबलि, सेवा टहल, धन्यवाद और स्तुति किया करें।

2 इतिहास 31:2


(75) जब हिजकिय्याह और हाकिमों ने आ कर उन ढेरों को देखा, तब यहोवा को और उसकी प्रजा इस्राएल को धन्य धन्य कहा।

2 इतिहास 31:8


(76) तब उसने यहोवा की वेदी की मरम्मत की, और उस पर मेलबलि और धन्यवादबलि चढ़ाने लगा, और यहूदियों को इस्राएल के परमेश्वर यहोवा की उपासना करने की आज्ञा दी।

2 इतिहास 33:16


 (77) सो वे यह गा गाकर यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे, कि वह भला है, और उसकी करुणा इस्राएल पर सदैव बनी है। और जब वे यहोवा की स्तुति करने लगे तब सब लोगों ने यह जान कर कि यहोवा के भवन की नेव अब पड़ रही है, ऊंचे शब्द से जयजयकार किया।

एज्रा 3:11


(78) धन्य है हमारे पितरों का परमेश्वर यहोवा, जिसने ऐसी मनसा राजा के मन में उत्पन्न की है, कि यहोवा के यरूशलेम के भवन को संवारे,

एज्रा 7:27


(79) तब एज्रा ने महान परमेश्वर यहोवा को धन्य कहा; और सब लोगों ने अपने अपने हाथ उठा कर आमेन, आमेन, कहा; और सिर झुका कर अपना अपना माथा भूमि पर टेक कर यहोवा को दण्डवत किया।

नहेमायाह 8:6


(80) फिर येशू, कदमीएल, बानी, हशब्नयाह, शेरेब्याह, होदिय्याह, शबन्याह, और पतह्याह नाम लेवियों ने कहा, खड़े हो; अपने परमेश्वर यहोवा को अनादिकाल से अनन्तकाल तक धन्य कहो। तेरा महिमायुक्त नाम धन्य कहा जाए, जो सब धन्यवाद और स्तुति से परे है।

नहेमायाह 9:5


 (81)  मत्तन्याह जो मीका का पुत्र और जब्दी का पोता, और आसाप का परपोता था; वह प्रार्थना में धन्यवाद करने वालों का मुखिया था, और बकबुक्याह अपने भाइयों में दूसरा पद रखता था; और अब्दा जो शम्मू का पुत्र, और गालाल का पोता, और यदूतून का परपोता था।

नहेमायाह 11:17


(82) फिर ये लेवीय गए: अर्थात येशू, बिन्नूई, कदमीएल, शेरेब्याह, यहूदा और वह मत्तन्याह जो अपने भाइयों समेत धन्यवाद के काम पर ठहराया गया था।

नहेमायाह 12:8


(83)  लेवियों के मुख्य पुरुष ये थे: अर्थात हसब्याह, शेरेब्याह और कदमीएल का पुत्र येशू; और उनके साम्हने उनके भाई परमेश्वर के भक्त दाऊद की आज्ञा के अनुसार आम्हने-साम्हने स्तुति और धन्यवाद करने पर नियुक्त थे।

नहेमायाह 12:24


 (84) यरूशलेम की शहरपनाह की प्रतिष्ठा के समय लेवीय अपने सब स्थानों में ढूंढ़े गए, कि यरूशलेम को पहुंचाए जाएं, जिस से आनन्द और धन्यवाद कर के और झांझ, सारंगी और वीणा बजाकर, और गाकर उसकी प्रतिष्ठा करें।

नहेमायाह 12:27


(85) तब मैं ने यहूदी हाकिमों को शहरपनाह पर चढ़ाकर दो बड़े दल ठहराए, जो धन्यवाद करते हुए धूमधाम के साथ चलते थे। इनमें से एक दल तो दक्खिन ओर, अर्थात कूड़ाफाटक की ओर शहरपनाह के ऊपर ऊपर से चला;

नहेमायाह 12:31


 (86) धन्यवाद करने और धूमधाम से चलने वालों का दूसरा दल, और उनके पीछे पीछे मैं, और आधे लोग उन से मिलने को शहरपनाह के ऊपर ऊपर से भट्ठों के गुम्मट के पास से चौड़ी शहरपनाह तक।

नहेमायाह 12:38


(87) तब धन्यवाद करने वालों के दोनों दल और मैं और मेरे साथ आधे हाकिम परमेश्वर के भवन में खड़े हो गए।

नहेमायाह 12:40


(88) प्राचीनकाल, अर्थात दाऊद और आसाप के दिनों में तो गवैयों के प्रधान थे, और परमेश्वर की स्तुति और धन्यवाद के गीत गाए जाते थे।

नहेमायाह 12:46


(89) मैं अपनी मां के पेट से नंगा निकला और वहीं नंगा लौट जाऊंगा; यहोवा ने दिया और यहोवा ही ने लिया; यहोवा का नाम धन्य है।

अय्यूब 1:21


(90) देख, क्या ही धन्य वह मनुष्य, जिस को ईश्वर ताड़ना देता है; इसलिये तू सर्वशक्तिमान की ताड़ना को तुच्छ मत जान।

अय्यूब 5:17


(91) क्योंकि जब कोई मेरा समाचार सुनता, तब वह मुझे धन्य कहता था, और जब कोई मुझे देखता, तब मेरे विषय साक्षी देता था;

अय्यूब 29:11


(92) क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता, और न पापियों के मार्ग में खड़ा होता; और न ठट्ठा करने वालों की मण्डली में बैठता है!

भजन संहिता 1:1


(93) पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ; क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है॥ धन्य हैं वे जिनका भरोसा उस पर है॥

भजन संहिता 2:12


(94) क्योंकि मृत्यु के बाद तेरा स्मरण नहीं होता; अधोलोक में कौन तेरा धन्यवाद करेगा?

भजन संहिता 6:5


(94) मैं यहोवा के धर्म के अनुसार उसका धन्यवाद करूंगा, और परमप्रधान यहोवा के नाम का भजन गाऊंगा॥

भजन संहिता 7:17


(95) हे यहोवा परमेश्वर मैं अपने पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूंगा; मैं तेरे सब आश्चर्य कर्मों का वर्णन करूंगा।

भजन संहिता 9:1


(96) मैं यहोवा को धन्य कहता हूं, क्योंकि उसने मुझे सम्मत्ति दी है; वरन मेरा मन भी रात में मुझे शिक्षा देता है।

भजन संहिता 16:7


(97) यहोवा परमेश्वर जीवित है; मेरी चट्टान धन्य है; और मेरे मुक्तिदाता परमेश्वर की बड़ाई हो।

भजन संहिता 18:46


(98) धन्य है मेरा पलटा लेने वाला ईश्वर! जिसने देश देश के लोगों को मेरे वश में कर दिया है;

भजन संहिता 18:47


(99) इस कारण मैं जाति जाति के साम्हने तेरा धन्यवाद करूंगा, और तेरे नाम का भजन गाऊंगा।

भजन संहिता 18:49


(100) ताकि तेरा धन्यवाद ऊंचे शब्द से करूं,

भजन संहिता 26:7


 (101) मेरे पांव चौरस स्थान में स्थिर है; सभाओं में मैं यहोवा को धन्य कहा करूंगा॥

भजन संहिता 26:12


(102) यहोवा धन्य है; क्योंकि उसने मेरी गिड़गिड़ाहट को सुना है।

भजन संहिता 28:6


(103) यहोवा मेरा बल और मेरी ढ़ाल है; उस पर भरोसा रखने से मेरे मन को सहायता मिली है; इसलिये मेरा हृदय प्रफुल्लित है; और मैं गीत गाकर उसका धन्यवाद करूंगा।

भजन संहिता 28:7


(104) हे यहोवा के भक्तों, उसका भजन गाओ, और जिस पवित्र नाम से उसका स्मरण होता है, उसका धन्यवाद करो।

भजन संहिता 30:4


(105) जब मैं कब्र में चला जाऊंगा तब मेरे लोहू से क्या लाभ होगा? क्या मिट्टी तेरा धन्यवाद कर सकती है? क्या वह तेरी सच्चाई का प्रचार कर सकती है?

भजन संहिता 30:9


(106) ताकि मेरी आत्मा तेरा भजन गाती रहे और कभी चुप न हो। हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैं सर्वदा तेरा धन्यवाद करता रहूंगा॥

भजन संहिता 30:12


(107) यहोवा धन्य है, क्योंकि उसने मुझे गढ़ वाले नगर में रखकर मुझ पर अद्धभुत करूणा की है।

भजन संहिता 31:21


(108) क्या ही धन्य है वह जिसका अपराध क्षमा किया गया, और जिसका पाप ढ़ाँपा गया हो।

भजन संहिता 32:1


(109) क्या ही धन्य है वह मनुष्य जिसके अधर्म का यहोवा लेखा न ले, और जिसकी आत्मा में कपट न हो॥

भजन संहिता 32:2


(110) वीणा बजा बजाकर यहोवा का धन्यवाद करो, दस तार वाली सारंगी बजा बजाकर उसका भजन गाओ।

भजन संहिता 33:2


(111) क्या ही धन्य है वह जाति जिसका परमेश्वर यहोवा है, और वह समाज जिसे उसने अपना निज भाग होने के लिये चुन लिया हो!

भजन संहिता 33:12


(112) मैं हर समय यहोवा को धन्य कहा करूंगा; उसकी स्तुति निरन्तर मेरे मुख से होती रहेगी।

भजन संहिता 34:1


(113) परखकर देखो कि यहोवा कैसा भला है! क्या ही धन्य है वह पुरूष जो उसकी शरण लेता है।

भजन संहिता 34:8


(114) मैं बड़ी सभा में तेरा धन्यवाद करूंगा; बहुतेरे लोगों के बीच में तेरी स्तुति करूंगा॥

भजन संहिता 35:18


(115) क्या ही धन्य है वह पुरूष, जो यहोवा पर भरोसा करता है, और अभिमानियों और मिथ्या की ओर मुड़ने वालों की ओर मुंह न फेरता हो।

भजन संहिता 40:4


(116) क्या ही धन्य है वह, जो कंगाल की सुधि रखता है! विपत्ति के दिन यहोवा उसको बचाएगा।

भजन संहिता 41:1


(117) इस्राएल का परमेश्वर यहोवा आदि से अनन्तकाल तक धन्य है आमीन, फिर आमीन॥

भजन संहिता 41:13


(118) मैं भीड़ के संग जाया करता था, मैं जयजयकार और धन्यवाद के साथ उत्सव करने वाली भीड़ के बीच में परमेश्वर के भवन को धीरे धीरे जाया करता था; यह स्मरण करके मेरा प्राण शोकित हो जाता है।

भजन संहिता 42:4


(118) हे मेरे प्राण, तू क्यों गिरा जाता है? और तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर आशा लगाए रह; क्योंकि मैं उसके दर्शन से उद्धार पाकर फिर उसका धन्यवाद करूंगा॥

भजन संहिता 42:5


(119) हे मेरे प्राण तू क्यों गिरा जाता है? तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर भरोसा रख; क्योंकि वह मेरे मुख की चमक और मेरा परमेश्वर है, मैं फिर उसका धन्यवाद करूंगा॥

भजन संहिता 42:11


(120) तब मैं परमेश्वर की वेदी के पास जाऊंगा, उस ईश्वर के पास जो मेरे अति आनन्द का कुण्ड है; और हे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर मैं वीणा बजा बजाकर तेरा धन्यवाद करूंगा॥

भजन संहिता 43:4


(121) हे मेरे प्राण तू क्यों गिरा जाता है? तू अन्दर ही अन्दर क्यों व्याकुल है? परमेश्वर पर भरोसा रख, क्योंकि वह मेरे मुख की चमक और मेरा परमेश्वर है; मैं फिर उसका धन्यवाद करूंगा॥

भजन संहिता 43:5


(122) हम परमेश्वर की बड़ाई दिन भर करते रहते हैं, और सदैव तेरे नाम का धन्यवाद करते रहेंगे॥

भजन संहिता 44:8


(123) मैं ऐसा करूंगा, कि तेरी नाम की चर्चा पीढ़ी से पीढ़ी तक होती रहेगी; इस कारण देश देश के लोग सदा सर्वदा तेरा धन्यवाद करते रहेंगे॥


(124) भजन संहिता 45:17

चाहे वह जीते जी अपने आप को धन्य कहता रहे, (जब तू अपनी भलाई करता है, तब वे लोग तेरी प्रशंसा करते हैं)

 भजन संहिता 49:18


(125) परमेश्वर को धन्यवाद ही का बलिदान चढ़ा, और परमप्रधान के लिये अपनी मन्नतें पूरी कर;

 भजन संहिता 50:14


(126) धन्यवाद के बलिदान का चढ़ाने वाला मेरी महिमा करता है; और जो अपना चरित्र उत्तम रखता है उसको मैं परमेश्वर का किया हुआ उद्धार दिखाऊंगा!

भजन संहिता 50:23


(127) मैं तेरा धन्यवाद सर्वदा करता रहूंगा, क्योंकि तू ही ने यह काम किया है। मैं तेरे ही नाम की बाट जोहता रहूंगा, क्योंकि यह तेरे पवित्र भक्तों के साम्हने उत्तम है॥

भजन संहिता 52:9


(128) मैं तुझे स्वेच्छाबलि चढ़ाऊंगा; हे यहोवा, मैं तेरे नाम का धन्यवाद करूंगा, क्योंकि यह उत्तम है।

भजन संहिता 54:6


(129) हे परमेश्वर, तेरी मन्नतों का भार मुझ पर बना है; मैं तुझ को धन्यवाद बलि चढ़ाऊंगा।

भजन संहिता 56:12


(130) हे प्रभु, मैं देश के लोगों के बीच तेरा धन्यवाद करूंगा; मैं राज्य राज्य के लोगों के बीच में तेरा भजन गाऊंगा।

भजन संहिता 57:9


(131) इसी प्रकार मैं जीवन भर तुझे धन्य कहता रहूंगा; और तेरा नाम लेकर अपने हाथ उठाऊंगा॥

भजन संहिता 63:4


(132) क्या ही धन्य है वह; जिस को तू चुनकर अपने समीप आने देता है, कि वह तेरे आंगनों में बास करे! हम तेरे भवन के, अर्थात तेरे पवित्र मन्दिर के उत्तम उत्तम पदार्थों से तृप्त होंगे॥

भजन संहिता 65:4


(133) हे देश देश के लोगो, हमारे परमेश्वर को धन्य कहो, और उसकी स्तुति में राग उठाओ,

भजन संहिता 66:8


(134) धन्य है परमेश्वर, जिसने न तो मेरी प्रार्थना अनसुनी की, और न मुझ से अपनी करूणा दूर कर दी है!

भजन संहिता 66:20


(135) हे परमेश्वर, देश देश के लोग तेरा धन्यवाद करें; देश देश के सब लोग तेरा धन्यवाद करें॥

भजन संहिता 67:3


(136) हे परमेश्वर, देश देश के लोग तेरा धन्यवाद करें; देश देश के सब लोग तेरा धन्यवाद करें॥

भजन संहिता 67:5


(137) धन्य है प्रभु, जो प्रति दिन हमारा बोझ उठाता है; वही हमारा उद्धारकर्ता ईश्वर है।

भजन संहिता 68:19


(138) सभाओं में परमेश्वर का, हे इस्राएल के सोते से निकले हुए लोगों, प्रभु का धन्यवाद करो।

भजन संहिता 68:26


(139) हे परमेश्वर, तू अपने पवित्र स्थानों में भय योग्य है, इस्राएल का ईश्वर ही अपनी प्रजा को सामर्थ्य और शक्ति का देने वाला है। परमेश्वर धन्य है॥

भजन संहिता 68:35


(140) मैं गीत गाकर तेरे नाम की स्तुति करूंगा, और धन्यवाद करता हुआ तेरी बड़ाई करूंगा।

भजन संहिता 69:30


(141) हे मेरे परमेश्वर, मैं भी तेरी सच्चाई का धन्यवाद सारंगी बजाकर गाऊंगा; हे इस्राएल के पवित्र मैं वीणा बजा कर तेरा भजन गाऊंगा।

भजन संहिता 71:22


(142) वह तो जीवित रहेगा और शेबा के सोने में से उसको दिया जाएगा। लोग उसके लिये नित्य प्रार्थना करेंगे; और दिन भर उसको धन्य कहते रहेंगे।

भजन संहिता 72:15


(143) उसका नाम सदा सर्वदा बना रहेगा; जब तक सूर्य बना रहेगा, तब तक उसका नाम नित्य नया होता रहेगा, और लोग अपने को उसके कारण धन्य गिनेंगे, सारी जातियां उसको भाग्यवान कहेंगी॥

भजन संहिता 72:17


(144) धन्य है, यहोवा परमेश्वर जो इस्राएल का परमेश्वर है; आश्चर्य कर्म केवल वही करता है।

भजन संहिता 72:18


(145) उसका महिमायुक्त नाम सर्वदा धन्य रहेगा; और सारी पृथ्वी उसकी महिमा से परिपूर्ण होगी। आमीन फिर आमीन॥

भजन संहिता 72:19


(146) हे परमेश्वर हम तेरा धन्यवाद करते, हम तेरा नाम का धन्यवाद करते हैं; क्योंकि तेरा नाम प्रगट हुआ है, तेरे आश्चर्यकर्मों का वर्णन हो रहा है॥

भजन संहिता 75:1


(147) तब हम जो तेरी प्रजा और तेरी चराई की भेड़ें हैं, तेरा धन्यवाद सदा करते रहेंगे; और पीढ़ी से पीढ़ी तक तेरा गुणानुवाद करते रहेंगें॥

भजन संहिता 79:13


(148) क्या ही धन्य हैं वे, जो तेरे भवन में रहते हैं; वे तेरी स्तुति निरन्तर करते रहेंगे॥

भजन संहिता 84:4


(149) क्या ही धन्य है, वह मनुष्य जो तुझ से शक्ति पाता है, और वे जिन को सिय्योन की सड़क की सुधि रहती है।

भजन संहिता 84:5


(150) हे सेनाओं के यहोवा, क्या ही धन्य वह मनुष्य है, जो तुझ पर भरोसा रखता है!

भजन संहिता 84:12


(151) हे प्रभु हे मेरे परमेश्वर मैं अपने सम्पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूंगा, और तेरे नाम की महिमा सदा करता रहूंगा।

भजन संहिता 86:12


(152) क्या तू मुर्दों के लिये अदभुत काम करेगा? क्या मरे लोग उठ कर तेरा धन्यवाद करेंगे?

भजन संहिता 88:10


(153) क्या ही धन्य है वह समाज जो आनन्द के ललकार को पहिचानता है; हे यहोवा, वे लोग तेरे मुख के प्रकाश में चलते हैं,

भजन संहिता 89:15


(154) यहोवा सर्वदा धन्य रहेगा! आमीन फिर आमीन॥

भजन संहिता 89:52


(156) यहोवा का धन्यवाद करना भला है, हे परमप्रधान, तेरे नाम का भजन गाना;

भजन संहिता 92:1


(157) हे याह, क्या ही धन्य है वह पुरूष जिस को तू ताड़ना देता है, और अपनी व्यवस्था सिखाता है,

भजन संहिता 94:12


(158) हम धन्यवाद करते हुए उसके सम्मुख आएं, और भजन गाते हुए उसका जयजयकार करें!

भजन संहिता 95:2


(159) यहोवा के लिये गाओ, उसके नाम को धन्य कहो; दिन दिन उसके किए हुए उद्धार का शुभ समाचार सुनाते रहो।

भजन संहिता 96:2


(160) हे धर्मियों यहोवा के कारण आनन्दित हो; और जिस पवित्र नाम से उसका स्मरण होता है, उसका धन्यवाद करो!

भजन संहिता 97:12


(161) वे तेरे महान और भययोग्य नाम का धन्यवाद करें! वह तो पवित्र है।

भजन संहिता 99:3


(162) उसके फाटकों से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो!

भजन संहिता 100:4


(163) हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह; और जो कुछ मुझ में है, वह उसके पवित्र नाम को धन्य कहे!

भजन संहिता 103:1


(164) हे मेरे मन, यहोवा को धन्य कह, और उसके किसी उपकार को न भूलना।

भजन संहिता 103:2


(165) हे यहोवा के दूतों, तुम जो बड़े वीर हो, और उसके वचन के मानने से उसको पूरा करते हो उसको धन्य कहो!

भजन संहिता 103:20


(166) हे यहोवा की सारी सेनाओं, हे उसके टहलुओं, तुम जो उसकी इच्छा पूरी करते हो, उसको धन्य कहो!

भजन संहिता 103:21


(167) हे यहोवा की सारी सृष्टि, उसके राज्य के सब स्थानों में उसको धन्य कहो। हे मेरे मन, तू यहोवा को धन्य कह!

भजन संहिता 103:22


(168) हे मेरे मन, तू यहोवा को धन्य कह! हे मेरे परमेश्वर यहोवा, तू अत्यन्त महान है! तू वैभव और ऐश्वर्य का वस्त्र पहिने हुए है,

भजन संहिता 104:1


(169) पापी लोग पृथ्वी पर से मिट जाएं, और दुष्ट लोग आगे को न रहें! हे मेरे मन यहोवा को धन्य कह! याह की स्तुति करो!

भजन संहिता 104:35


(170) यहोवा का धन्यवाद करो, उससे प्रार्थना करो, देश देश के लोगों में उसके कामों का प्रचार करो!

भजन संहिता 105:1


(171) याह की स्तुति करो! यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा की है!

भजन संहिता 106:1


(172) क्या ही धन्य हैं वे जो न्याय पर चलते, और हर समय धर्म के काम करते हैं!

भजन संहिता 106:3


(173) हे हमारे परमेश्वर यहोवा, हमारा उद्धार कर, और हमें अन्यजातियों में से इकट्ठा कर ले, कि हम तेरे पवित्र नाम का धन्यवाद करें, और तेरी स्तुति करते हुए तेरे विषय में बड़ाई करें॥

भजन संहिता 106:47


(174) इस्राएल का परमेश्वर यहोवा अनादिकाल से अनन्तकाल तक धन्य है! और सारी प्रजा कहे आमीन! याह की स्तुति करो॥

भजन संहिता 106:48


(175) यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा की है!

भजन संहिता 107:1


(176) लोग यहोवा की करूणा के कारण, और उन आश्चर्यकर्मों के कारण, जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें!

भजन संहिता 107:8


(177) लोग यहोवा की करूणा के कारण, और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें!

भजन संहिता 107:15


(178) लोग यहोवा की करूणा के कारण और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें!

भजन संहिता 107:21


(179) और वे धन्यवाद बलि चढ़ाएं, और जयजयकार करते हुए, उसके कामों का वर्णन करें॥

भजन संहिता 107:22


(180) लोग यहोवा की करूणा के कारण, और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें।

भजन संहिता 107:31


(181) हे यहोवा, मैं देश देश के लोगों के मध्य में तेरा धन्यवाद करूंगा, और राज्य राज्य के लोगों के मध्य में तेरा भजन गाऊंगा।

भजन संहिता 108:3


(182) मैं यहोवा का बहुत धन्यवाद करूंगा, और बहुत लोगों के बीच में उसकी स्तुति करूंगा।

भजन संहिता 109:30


(183) याह की स्तुति करो। मैं सीधे लोगों की गोष्ठी में और मण्डली में भी सम्पूर्ण मन से यहोवा का धन्यवाद करूंगा।

भजन संहिता 111:1


(184) याह की स्तुति करो। क्या ही धन्य है वह पुरूष जो यहोवा का भय मानता है, और उसकी आज्ञाओं से अति प्रसन्न रहता है!

भजन संहिता 112:1


(185) यहोवा का नाम अब से ले कर सर्वदा तक धन्य कहा जाय!

भजन संहिता 113:2


(186) परन्तु हम लोग याह को अब से ले कर सर्वदा तक धन्य कहते रहेंगे। याह की स्तुति करो!

भजन संहिता 115:18


(187) मैं तुझ को धन्यवाद बलि चढ़ाऊंगा, और यहोवा से प्रार्थना करूंगा।

भजन संहिता 116:17


(188) हे जाति जाति के सब लोगों यहोवा की स्तुति करो! हे राज्य राज्य के सब लोगो, उसकी प्रशंसा करो!क्योंकि उसकी करूणा हमारे ऊपर प्रबल हुई है; और यहोवा की सच्चाई सदा की है याह की स्तुति करो! यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा की है!

भजन संहिता 118:1


(189) मेरे लिये धर्म के द्वार खोलो, मैं उन से प्रवेश करके याह का धन्यवाद करूंगा॥

भजन संहिता 118:19


(190) हे यहोवा मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, क्योंकि तू ने मेरी सुन ली है और मेरा उद्धार ठहर गया है।

भजन संहिता 118:21


(201) धन्य है वह जो यहोवा के नाम से आता है! हम ने तुम को यहोवा के घर से आशीर्वाद दिया है।

भजन संहिता 118:26


(202) हे यहोवा, तू मेरा ईश्वर है, मैं तेरा धन्यवाद करूंगा; तू मेरा परमेश्वर है, मैं तुझ को सराहूंगा॥

भजन संहिता 118:28


(203) यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है; और उसकी करूणा सदा बनी रहेगी!

भजन संहिता 118:29


(204) क्या ही धन्य हैं वे जो चाल के खरे हैं, और यहोवा की व्यवस्था पर चलते हैं!

भजन संहिता 119:1


(205) क्या ही धन्य हैं वे जो उसकी चितौनियों को मानते हैं, और पूर्ण मन से उसके पास आते हैं!

भजन संहिता 119:2


(206) जब मैं तेरे धर्ममय नियमों को सीखूंगा, तब तेरा धन्यवाद सीधे मन से करूंगा।

भजन संहिता 119:7


(207) हे यहोवा, तू धन्य है; मुझे अपनी विधियां सिखा!

भजन संहिता 119:12


(208) तेरे धर्ममय नियमों के कारण मैं आधी रात को तेरा धन्यवाद करने को उठूंगा।

भजन संहिता 119:62


(209) वहां याह के गोत्र गोत्र के लोग यहोवा के नाम का धन्यवाद करने को जाते हैं; यह इस्राएल के लिये साक्षी है।

भजन संहिता 122:4


(210) धन्य है यहोवा, जिसने हम को उनके दातों तले जाने न दिया!

भजन संहिता 124:6


(211) क्या ही धन्य है वह पुरूष जिसने अपने तर्कश को उन से भर लिया हो! वह फाटक के पास शत्रुओं से बातें करते संकोच न करेगा॥

भजन संहिता 127:5


(212) क्या ही धन्य है हर एक जो यहोवा का भय मानता है, और उसके मार्गों पर चलता है!

भजन संहिता 128:1


(213) तू अपनी कमाई को निश्चय खाने पाएगा; तू धन्य होगा, और तेरा भला ही होगा॥

भजन संहिता 128:2


(214) हे यहोवा के सब सेवकों, सुनो, तुम जो रात रात को यहोवा के भवन में खड़े रहते हो, यहोवा को धन्य कहो।

भजन संहिता 134:1


(215) अपने हाथ पवित्र स्थान में उठा कर, यहोवा को धन्य कहो।

भजन संहिता 134:2


(216) हे इस्राएल के घराने यहोवा को धन्य कह! हे हारून के घराने यहोवा को धन्य कह!

भजन संहिता 135:19


(217) हे लेवी के घराने यहोवा को धन्य कह! हे यहोवा के डरवैयो यहोवा को धन्य कहो!

भजन संहिता 135:20


(218) यहोवा जो यरूशलेम में वास करता है, उसे सिय्योन में धन्य कहा जावे! याह की स्तुति करो!

भजन संहिता 135:21


(219) यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है, और उसकी करूणा सदा की है।

भजन संहिता 136:1


(220) जो ईश्वरों का परमेश्वर है, उसका धन्यवाद करो, उसकी करूणा सदा की है।

भजन संहिता 136:2


(221) जो प्रभुओं का प्रभु है, उसका धन्यवाद करो, उसकी करूणा सदा की है॥

भजन संहिता 136:3


(222) स्वर्ग के परमेश्वर का धन्यवाद करो, उसकी करूणा सदा की है।

भजन संहिता 136:26


(223) हे बाबुल तू जो उजड़ने वाली है, क्या ही धन्य वह होगा, जो तुझ से ऐसा बर्ताव करेगा जैसा तू ने हम से किया है!

भजन संहिता 137:8


(224) क्या ही धन्य वह होगा, जो तेरे बच्चों को पकड़ कर, चट्टान पर पटक देगा!

भजन संहिता 137:9


(225) मैं पूरे मन से तेरा धन्यवाद करूँगा; देवताओं के सामने भी मैं तेरा भजन गाऊँगा।

भजन संहिता 138:1


(226) मैं तेरे पवित्र मन्दिर की ओर दण्डवत करूँगा, और तेरी करुणा और सच्चाई के कारण तेरे नाम का धन्यवाद करूँगा, क्योंकि तू ने अपने वचन को अपने बड़े नाम से अधिक महत्त्व दिया है।

भजन संहिता 138:2


(227) हे यहोवा, पृथ्वी के सब राजा तेरा धन्यवाद करेंगे, क्योंकि उन्होंने तेरे वचन सुने हैं;

भजन संहिता 138:4


(228) मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, इसलिये कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूं। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भांति जानता हूं।

भजन संहिता 139:14


(229) नि:सन्देह धर्मी तेरे नाम का धन्यवाद करने पाएंगे; सीधे लोग तेरे सम्मुख वास करेंगे॥

भजन संहिता 140:13


(230) मुझ को बन्दीगृह से निकाल कि मैं तेरे नाम का धन्यवाद करूं! धर्मी लोग मेरे चारों ओर आएंगे; क्योंकि तू मेरा उपकार करेगा॥

भजन संहिता 142:7


(231) धन्य है यहोवा, जो मेरी चट्टान है, वह मेरे हाथों को लड़ने, और युद्ध करने के लिये तैयार करता है।

भजन संहिता 144:1


(232) तो इस दशा में जो राज्य हो वह क्या ही धन्य होगा! जिस राज्य का परमेश्वर यहोवा है, वह क्या ही धन्य है!

भजन संहिता 144:15


(233) हे मेरे परमेश्वर, हे राजा, मैं तुझे सराहूंगा, और तेरे नाम को सदा सर्वदा धन्य कहता रहूंगा।

भजन संहिता 145:1


(234) प्रति दिन मैं तुझ को धन्य कहा करूंगा, और तेरे नाम की स्तुति सदा सर्वदा करता रहूंगा।

भजन संहिता 145:2


(235) हे यहोवा, तेरी सारी सृष्टि तेरा धन्यवाद करेगी, और तेरे भक्त लोग तुझे धन्य कहा करेंगे!

भजन संहिता 145:10


(236) मैं यहोवा की स्तुति करूंगा, और सारे प्राणी उसके पवित्र नाम को सदा सर्वदा धन्य कहते रहें॥

भजन संहिता 145:21


(237) क्या ही धन्य वह है, जिसका सहायक याकूब का ईश्वर है, और जिसका भरोसा अपने परमेश्वर यहोवा पर है।

भजन संहिता 146:5


(238) धन्यवाद करते हुए यहोवा का गीत गाओ; वीणा बजाते हुए हमारे परमेश्वर का भजन गाओ।

भजन संहिता 147:7


(239) क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो बुद्धि पाए, और वह मनुष्य जो समझ प्राप्त करे,

नीतिवचन 3:13


(240) जो बुद्धि को ग्रहण कर लेते हैं, उनके लिये वह जीवन का वृक्ष बनती है; और जो उस को पकड़े रहते हैं, वह धन्य हैं॥

नीतिवचन 3:18


(241) तेरा सोता धन्य रहे; और अपनी जवानी की पत्नी के साथ आनन्दित रह,

नीतिवचन 5:18


(242) इसलिये अब हे मेरे पुत्रों, मेरी सुनो; क्या ही धन्य हैं वे जो मेरे मार्ग को पकड़े रहते हैं।

नीतिवचन 8:32


(243) क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो मेरी सुनता, वरन मेरी डेवढ़ी पर प्रति दिन खड़ा रहता, और मेरे द्वारों के खंभों के पास दृष्टि लगाए रहता है।

नीतिवचन 8:34


(244) जो अपने पड़ोसी को तुच्छ जानता, वह पाप करता है, परन्तु जो दीन लोगों पर अनुग्रह करता, वह धन्य होता है।

नीतिवचन 14:21


(245) जो वचन पर मन लगाता, वह कल्याण पाता है, और जो यहोवा पर भरोसा रखता, वह धन्य होता है।

नीतिवचन 16:20


(246) धर्मी जो खराई से चलता रहता है, उसके पीछे उसके लड़के बाले धन्य होते हैं।

नीतिवचन 20:7


(247) जो मनुष्य निरन्तर प्रभु का भय मानता रहता है वह धन्य है; परन्तु जो अपना मन कठोर कर लेता है वह विपत्ति में पड़ता है।

नीतिवचन 28:14


(248) जहां दर्शन की बात नहीं होती, वहां लोग निरंकुश हो जाते हैं, और जो व्यवस्था को मानता है वह धन्य होता है।

नीतिवचन 29:18


(249) ऐसे लोग हैं, जो अपने पिता को शाप देते और अपनी माता को धन्य नहीं कहते।

नीतिवचन 30:11


(250) उसके पुत्र उठ उठकर उस को धन्य कहते हैं, उनका पति भी उठ कर उसकी ऐसी प्रशंसा करता है:

नीतिवचन 31:28


(251) हे देश, तू धन्य है जब तेरा राजा कुलीन है; और तेरे हाकिम समय पर भोज करते हैं, और वह भी मतवाले होने को नहीं, वरन्त बल बढ़ाने के लिये!

सभोपदेशक 10:17


(252) परन्तु मेरी कबूतरी, मेरी निर्मल, अद्वैत है अपनी माता की एकलौती अपनी जननी की दुलारी है। पुत्रियों ने उसे देखा और धन्य कहा; रानियों और रखेलियों ने देखकर उसकी प्रशंसा की।

श्रेष्ठगीत 6:9


(253) उस दिन तू कहेगा, हे यहोवा, मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, क्योंकि यद्यिप तू मुझ पर क्रोधित हुआ था, परन्तु अब तेरा क्रोध शान्त हुआ, और तू ने मुझे शान्ति दी है॥

यशायाह 12:1


(253) क्योंकि सेनाओं का यहोवा उन तीनों को यह कह कर आशीष देगा, धन्य हो मेरी प्रजा मिस्र, और मेरा रचा हुआ अश्शूर, और मेरा निज भाग इस्राएल॥

यशायाह 19:25


(254) हे यहोवा, तू मेरा परमेश्वर है; मैं तुझे सराहूंगा, मैं तेरे नाम का धन्यवाद करूंगा; क्योंकि तू ने आश्चर्यकर्म किए हैं, तू ने प्राचीनकाल से पूरी सच्चाई के साथ युक्तियां की हैं।

यशायाह 25:1


(255) तौभी यहोवा इसलिये विलम्ब करता है कि तुम पर अनुग्रह करे, और इसलिये ऊंचे उठेगा कि तुम पर दया करे। क्योंकि यहोवा न्यायी परमेश्वर है; क्या ही धन्य हैं वे जो उस पर आशा लगाए रहते हैं॥

यशायाह 30:18


(256) क्या ही धन्य हो तुम जो सब जलाशयों के पास बीज बोते, और बैलों और गदहों को स्वतन्त्रता से चराते हो॥

यशायाह 32:20


(257) क्योंकि अधोलोक तेरा धन्यवाद नहीं कर सकता, न मृत्यु तेरी स्तुति कर सकती है; जो कबर में पड़ें वे तेरी सच्चाई की आशा नहीं रख सकते

यशायाह 38:18


(258) जीवित, हाँ जीवित ही तेरा धन्यवाद करता है, जैसा मैं आज कर रहा हूं; पिता तेरी सच्चाई का समाचार पुत्रों को देता है॥

यशायाह 38:19


(259) यहोवा ने सिय्योन को शान्ति दी है, उसने उसके सब खण्डहरों को शान्ति दी है; वह उसके जंगल को अदन के समान और उस के निर्जल देश को यहोवा की बाटिका के समान बनाएगा; उस में हर्ष और आनन्द और धन्यवाद और भजन गाने का शब्द सुनाई पड़ेगा॥

यशायाह 51:3


(260) क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो ऐसा ही करता, और वह आदमी जो इस पर स्थिर रहता है, जो विश्रामदिन को पवित्र मानता और अपवित्र करने से बचा रहता है, और अपने हाथ को सब भांति की बुराई करने से रोकता है।

यशायाह 56:2


(261) क्योंकि जैसे भूमि अपनी उपज को उगाती, और बारी में जो कुछ बोया जाता है उसको वह उपजाती है, वैसे ही प्रभु यहोवा सब जातियों के साम्हने धामिर्कता और धन्यवाद को बढ़ाएगा॥

यशायाह 61:11


(262) तब सारे देश में जो कोई अपने को धन्य कहेगा वह सच्चे परमेश्वर का नाम ले कर अपने को धन्य कहेगा, और जो कोई देश में शपथ खाए वह सच्चे परमेश्वर के नाम से शपथ खाएगा; क्योंकि पिछला कष्ट दूर हो गया और वह मेरी आंखों से छिप गया है॥

यशायाह 65:16


(263) उनका परिश्रम व्यर्थ न होगा, न उनके बालक घबराहट के लिये उत्पन्न होंगे; क्योंकि वे यहोवा के धन्य लोगों का वंश ठहरेंगे, और उनके बाल-बच्चे उन से अलग न होंगे।

यशायाह 65:23


(264) बैल का बलि करने वाला मनुष्य के मार डालने वाले के समान है; जो भेड़ के चढ़ाने वाला है वह उसके समान है जो कुत्ते का गला काटता है; जो अन्नबलि चढ़ाता है वह मानो सूअर का लोहू चढ़ाने वाले के समान है; और, जो लोबान जलाता है, वह उसके समान है जो मूरत को धन्य कहता है। इन सभों ने अपना अपना मार्ग चुन लिया है, और घिनौनी वस्तुओं से उनके मन प्रसन्न हाते हैं।

यशायाह 66:3


(265) और यदि तू सच्चाई और न्याय और धर्म से यहोवा के जीवन की शपथ खाए, तो अन्यजातियां उसके कारण अपने आप को धन्य कहेंगी, और उसी पर घमण्ड करेंगी।

यिर्मयाह 4:2


(266) धन्य है वह पुरुष जो यहोवा पर भरोसा रखता है, जिसने परमेश्वर को अपना आधार माना हो।

यिर्मयाह 17:7


(267) और लोग होमबलि, मेलबलि अन्नबलि, लोबान और धन्यवादबलि लिए हुए यहूदा के नगरों से और यरूशलेम के आसपास से, बिन्यामीन के देश और नीचे के देश से, पहाड़ी देश और दक्खिन देश से, यहोवा के भवन में आया करेंगे।

यिर्मयाह 17:26


(268) श्रापित हो वह दिन जिस में मैं उत्पन्न हुआ! जिस दिन मेरी माता ने मुझ को जन्म दिया वह धन्य न हो!

यिर्मयाह 20:14


(269) तब उन में से धन्य कहने, और आनन्द करने का शब्द सुनाई पड़ेगा।

यिर्मयाह 30:19


(270) इन्हीं में हर्ष और आनन्द का शब्द, दुल्हे-दुल्हिन का शब्द, और इस बात के कहने वालों का शब्द फिर सुनाईं पड़ेगा कि सेनाओं के यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि यहोवा भला है, और उसकी करुणा सदा की है। और यहोवा के भवन में धन्यवादबलि लाने वालों का भी शब्द सुनाईं देगा; क्योंकि मैं इस देश की दशा पहिले की नाईं ज्यों की त्यों कर दूंगा, यहोवा का यही वचन है।

यिर्मयाह 33:11


(271) तब आत्मा ने मुझे उठाया, और मैं ने अपने पीछे बड़ी घड़घड़ाहट के साथ एक शब्द सुना, कि यहोवा के भवन से उसका तेज धन्य है।

यहेजकेल 3:12


(272) तब वह भेद दानिय्येल को रात के समय दर्शन के द्वारा प्रगट किया गया। सो दानिय्येल ने स्वर्ग के परमेश्वर का यह कह कर धन्यवाद किया,

दानिय्येल 2:19


(273) परमेश्वर का नाम युगानुयुग धन्य है; क्योंकि बुद्धि और पराक्रम उसी के हैं।

दानिय्येल 2:20


(274) हे मेरे पूर्वजों के परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद और स्तुति करता हूं, क्योंकि तू ने मुझे बुद्धि और शक्ति दी है, और जिस भेद का खुलना हम लोगों न तुझ से मांगे था, उसे तू ने मुझ पर प्रगट किया है, तू ने हम को राजा की बात बताई है।

दानिय्येल 2:23


(275) नबूकदनेस्सर कहने लगा, धन्य है शद्रक, मेशक और अबेदनगो का परमेश्वर, जिसने अपना दूत भेज कर अपने इन दासों को इसलिये बचाया, क्योंकि इन्होंने राजा की आज्ञा न मान कर, उसी पर भरोसा रखा, और यह सोच कर अपना शरीर भी अर्पण किया, कि हम अपने परमेश्वर को छोड़, किसी देवता की उपासना वा दण्डवत न करेंगे।

दानिय्येल 3:28


(276) उन दिनों के बीतने पर, मुझ नबूकदनेस्सर ने अपनी आंखें स्वर्ग की ओर उठाईं, और मेरी बुद्धि फिर ज्यों की त्यों हो गई; तब मैं ने परमप्रधान को धन्य कहा, और जो सदा जीवित है उसकी स्तुति और महिमा यह कह कर करने लगा: उसकी प्रभुता सदा की है और उसका राज्य पीढ़ी से पीढ़ी तब बना रहने वाला है।

दानिय्येल 4:34


(277) जब दानिय्येल को मालूम हुआ कि उस पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है, तब वह अपने घर में गया जिसकी उपरौठी कोठरी की खिड़कियां यरूशलेम के सामने खुली रहती थीं, और अपनी रीति के अनुसार जैसा वह दिन में तीन बार अपने परमेश्वर के साम्हने घुटने टेक कर प्रार्थना और धन्यवाद करता था, वैसा ही तब भी करता रहा।

दानिय्येल 6:10


(278) क्या ही धन्य है वह, जो धीरज धर कर तेरह सौ पैंतीस दिन के अन्त तक भी पहुंचे।

दानिय्येल 12:12


(279)  बातें सीख कर और यहोवा की ओर फिर कर, उस से कह, सब अधर्म दूर कर; अनुग्रह से हम को ग्रहण कर; तब हम धन्यवाद रूपी बलि चढ़ाएंगे।

 होशे 14:2


(280) धन्यवादबलि खमीर मिला कर चढ़ाओ, और अपने स्वेच्छा बलियों की चर्चा चला कर उनका प्रचार करो; क्योंकि हे इस्राएलियो, ऐसा करना तुम को भावता है, परमेश्वर यहोवा की यही वाणी है॥

आमोस 4:5


(281) परन्तु मैं ऊंचे शब्द से धन्यवाद कर के तुझे बलिदान चढ़ाऊंगा; जो मन्नत मैं ने मानी, उसको पूरी करूंगा। उद्धार यहोवा ही से होता है।

योना 2:9


(282) उनके मोल लेने वाले उन्हें घात करने पर भी अपने को दोषी नहीं जानते, और उनके बेचने वाले कहते हैं, यहोवा धन्य है, हम धनी हो गए हैं; और उनके चरवाहे उन पर कुछ दया नहीं करते।

जकर्याह 11:5


(283) तब सारी जातियां तुम को धन्य कहेंगी, क्योंकि तुम्हारा देश मनोहर देश होगा, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है॥

मलाकी 3:12


(284) अब से हम अभिमानी लोगों को धन्य कहते हैं; क्योंकि दुराचारी तो सफल बन गए हैं, वरन वे परमेश्वर की परीक्षा करने पर भी बच गए हैं॥


मलाकी 3:15

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नये नियम से बाईबल की आयतें


  1. धन्य हैं वे, जो मन के दीन हैं, क्योंकि स्वर्ग का राज्य उन्हीं का है।

मत्ती 5:3


  1. धन्य हैं वे, जो शोक करते हैं, क्योंकि वे शांति पाएंगे।

मत्ती 5:4


  1. धन्य हैं वे, जो नम्र हैं, क्योंकि वे पृथ्वी के अधिकारी होंगे।

मत्ती 5:5


  1. धन्य हैं वे जो धर्म के भूखे और प्यासे हैं, क्योंकि वे तृप्त किये जाएंगे।

मत्ती 5:6


  1. धन्य हैं वे, जो दयावन्त हैं, क्योंकि उन पर दया की जाएगी।

मत्ती 5:7


  1. धन्य हैं वे, जिन के मन शुद्ध हैं, क्योंकि वे परमेश्वर को देखेंगे।

मत्ती 5:8


  1. धन्य हैं वे, जो मेल करवाने वाले हैं, क्योंकि वे परमेश्वर के पुत्र कहलाएंगे।

मत्ती 5:9


  1. धन्य हैं वे, जो धर्म के कारण सताए जाते हैं, क्योंकि स्वर्ग का राज्य उन्हीं का है।

मत्ती 5:10


  1. धन्य हो तुम, जब मनुष्य मेरे कारण तुम्हारी निन्दा करें, और सताएं और झूठ बोल बोलकर तुम्हरो विरोध में सब प्रकार की बुरी बात कहें।

मत्ती 5:11


  1. और धन्य है वह, जो मेरे कारण ठोकर न खाए।

मत्ती 11:6


  1. उसी समय यीशु ने कहा, हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु; मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, कि तू ने इन बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा रखा, और बालकों पर प्रगट किया है।

मत्ती 11:25


  1. पर धन्य है तुम्हारी आंखें, कि वे देखती हैं; और तुम्हारे कान, कि वे सुनते हैं।

मत्ती 13:16


  1. तब उस ने लोगों को घास पर बैठने को कहा, और उन पांच रोटियों और दो मछिलयों को लिया; और स्वर्ग की ओर देखकर धन्यवाद किया और रोटियां तोड़ तोड़कर चेलों को दीं, और चेलों ने लोगों को।

मत्ती 14:19


  1. और उन सात रोटियों और मछिलयों को ले धन्यवाद करके तोड़ा और अपने चेलों को देता गया; और चेले लोगों को।

मत्ती 15:36


  1. यीशु ने उस को उत्तर दिया, कि हे शमौन योना के पुत्र, तू धन्य है; क्योंकि मांस और लोहू ने नहीं, परन्तु मेरे पिता ने जो स्वर्ग में है, यह बात तुझ पर प्रगट की है।

मत्ती 16:17


  1. और जो भीड़ आगे आगे जाती और पीछे पीछे चली आती थी, पुकार पुकार कर कहती थी, कि दाऊद की सन्तान को होशाना; धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है, आकाश में होशाना।

मत्ती 21:9


  1. क्योंकि मैं तुम से कहता हूं, कि अब से जब तक तुम न कहोगे, कि धन्य है वह, जो प्रभु के नाम से आता है, तब तक तुम मुझे फिर कभी न देखोगे॥

मत्ती 23:39


  1. धन्य है, वह दास, जिसे उसका स्वामी आकर ऐसा की करते पाए।

मत्ती 24:46


  1. उसके स्वामी ने उससे कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा; मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।

मत्ती 25:21


  1. उसके स्वामी ने उस से कहा, धन्य हे अच्छे और विश्वासयोग्य दास, तू थोड़े में विश्वासयोग्य रहा, मैं तुझे बहुत वस्तुओं का अधिकारी बनाऊंगा अपने स्वामी के आनन्द में सम्भागी हो।

मत्ती 25:23


  1. तब राजा अपनी दाहिनी ओर वालों से कहेगा, हे मेरे पिता के धन्य लोगों, आओ, उस राज्य के अधिकारी हो जाओ, जो जगत के आदि से तुम्हारे लिये तैयार किया हुआ है।

मत्ती 25:34


  1. फिर उस ने कटोरा लेकर, धन्यवाद किया, और उन्हें देकर कहा, तुम सब इस में से पीओ।

मत्ती 26:27


  1. और उस ने उन पांच रोटियों को और दो मछिलयों को लिया, और स्वर्ग की ओर देखकर धन्यवाद किया और रोटियां तोड़ तोड़ कर चेलों को देता गया, कि वे लोगों को परोसें, और वे दो मछिलयां भी उन सब में बांट दीं।

मरकुस 6:41


  1. तब उस ने लोगों को भूमि पर बैठने की आज्ञा दी, और वे सात रोटियां लीं, और धन्यवाद करके तोड़ीं, और अपने चेलों को देता गया कि उन के आगे रखें, और उन्होंने लोगों के आगे परोस दिया

मरकुस 8:6


  1. उन के पास थोड़ी सी छोटी मछिलयां भी थीं; और उसने धन्यवाद करके उन्हें भी लोगों के आगे रखने की आज्ञा दी।

मरकुस 8:7


  1. और जो उसके आगे आगे जाते और पीछे पीछे चले आते थे, पुकार पुकार कर कहते जाते थे, कि होशाना; धन्य है वह जो प्रभु के नाम से आता है।

मरकुस 11:9


  1. हमारे पिता दाऊद का राज्य जो आ रहा है; धन्य है: आकाश में होशाना॥

मरकुस 11:10


  1. फिर उस ने कटोरा लेकर धन्यवाद किया, और उन्हें दिया; और उन सब ने उस में से पीया।

मरकुस 14:23


  1. परन्तु वह मौन साधे रहा, और कुछ उत्तर न दिया: महायाजक ने उस से फिर पूछा, क्या तू उस पर म धन्य का पुत्र मसीह है?

मरकुस 14:61


  1. और उस ने बड़े शब्द से पुकार कर कहा, तू स्त्रियों में धन्य है, और तेरे पेट का फल धन्य है।

लूका 1:42


  1. और धन्य है, वह जिस ने विश्वास किया कि जो बातें प्रभु की ओर से उस से कही गईं, वे पूरी होंगी।

लूका 1:45


  1. क्योंकि उस ने अपनी दासी की दीनता पर दृष्टि की है, इसलिये देखो, अब से सब युग युग के लोग मुझे धन्य कहेंगे।

लूका 1:48


  1. तब उसका मुंह और जीभ तुरन्त खुल गई; और वह बोलने और परमेश्वर का धन्यवाद करने लगा।

लूका 1:64


  1. कि प्रभु इस्राएल का परमेश्वर धन्य हो, कि उस ने अपने लोगों पर दृष्टि की और उन का छुटकारा किया है।

लूका 1:68


  1. तो उस ने उसे अपनी गोद में लिया और परमेश्वर का धन्यवाद करके कहा,

लूका 2:28


  1. और वह उस घड़ी वहां आकर प्रभु का धन्यवाद करने लगी, और उन सभों से, जो यरूशलेम के छुटकारे की बाट जोहते थे, उसके विषय में बातें करने लगी।

लूका 2:38


  1. तब उस ने अपने चेलों की ओर देखकर कहा; धन्य हो तुम, जो दीन हो, क्योंकि परमेश्वर का राज्य तुम्हारा है।

लूका 6:20


  1. धन्य हो तुम, जो अब भूखे हो; क्योंकि तृप्त किए जाओगे; धन्य हो तुम, जो अब रोते हो, क्योंकि हंसोगे।

लूका 6:21


  1. धन्य हो तुम, जब मनुष्य के पुत्र के कारण लोग तुम से बैर करेंगे, और तुम्हें निकाल देंगे, और तुम्हारी निन्दा करेंगे, और तुम्हारा नाम बुरा जानकर काट देंगे।

लूका 6:22


  1. वरन अपने शत्रुओं से प्रेम रखो, और भलाई करो: और फिर पाने की आस न रखकर उधार दो; और तुम्हारे लिये बड़ा फल होगा; और तुम परमप्रधान के सन्तान ठहरोगे, क्योंकि वह उन पर जो धन्यवाद नहीं करते और बुरों पर भी कृपालु है।

लूका 6:35


  1. और धन्य है वह, जो मेरे कारण ठोकर न खाए॥

लूका 7:23


  1. तब उस ने वे पांच रोटियां और दो मछली लीं, और स्वर्ग की और देखकर धन्यवाद किया, और तोड़ तोड़कर चेलों को देता गया, कि लोगों को परोसें।

लूका 9:16


  1. उसी घड़ी वह पवित्र आत्मा में होकर आनन्द से भर गया, और कहा; हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु, मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, कि तू ने इन बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा रखा, और बालकों पर प्रगट किया: हां, हे पिता, क्योंकि तुझे यही अच्छा लगा।

लूका 10:21


  1. और चेलों की ओर फिरकर निराले में कहा, धन्य हैं वे आंखे, जो ये बातें जो तुम देखते हो देखती हैं।

लूका 10:23


  1. जब वह ये बातें कह ही रहा था तो भीड़ में से किसी स्त्री ने ऊंचे शब्द से कहा, धन्य वह गर्भ जिस में तू रहा; और वे स्तन, जो तू ने चूसे।

लूका 11:27


  1. उस ने कहा, हां; परन्तु धन्य वे हैं, जो परमेश्वर का वचन सुनते और मानते हैं॥

लूका 11:28


  1. धन्य हैं वे दास, जिन्हें स्वामी आकर जागते पाए; मैं तुम से सच कहता हूं, कि वह कमर बान्ध कर उन्हें भोजन करने को बैठाएगा, और पास आकर उन की सेवा करेगा।

लूका 12:37


  1. यदि वह रात के दूसरे पहर या तीसरे पहर में आकर उन्हें जागते पाए, तो वे दास धन्य हैं।

लूका 12:38


  1. धन्य है वह दास, जिसे उसका स्वामी आकर ऐसा ही करते पाए।

लूका 12:43


  1. देखो, तुम्हारा घर तुम्हारे लिये उजाड़ छोड़ा जाता है, और मैं तुम से कहता हूं; जब तक तुम न कहोगे, कि धन्य है वह, जो प्रभु के नाम से आता है, तब तक तुम मुझे फिर कभी न देखोगे॥

लूका 13:35


  1. तब तू धन्य होगा, क्योंकि उन के पास तुझे बदला देने को कुछ नहीं, परन्तु तुझे धमिर्यों के जी उठने पर इस का प्रतिफल मिलेगा।

लूका 14:14


  1. उसके साथ भोजन करने वालों में से एक ने ये बातें सुनकर उस से कहा, धन्य है वह, जो परमेश्वर के राज्य में रोटी खाएगा।

लूका 14:15


  1. और यीशु के पांवों पर मुंह के बल गिरकर, उसका धन्यवाद करने लगा; और वह सामरी था।

लूका 17:16


  1. फरीसी खड़ा होकर अपने मन में यों प्रार्थना करने लगा, कि हे परमेश्वर, मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, कि मैं और मनुष्यों की नाईं अन्धेर करने वाला, अन्यायी और व्यभिचारी नहीं, और न इस चुंगी लेने वाले के समान हूं।

लूका 18:11


  1. उस ने उस से कहा; धन्य हे उत्तम दास, तुझे धन्य है, तू बहुत ही थोड़े में विश्वासी निकला अब दस नगरों पर अधिकार रख।

लूका 19:17


  1. कि धन्य है वह राजा, जो प्रभु के नाम से आता है; स्वर्ग में शान्ति और आकाश मण्डल में महिमा हो।

लूका 19:38


  1. तब उस ने कटोरा लेकर धन्यवाद किया, और कहा, इस को लो और आपस में बांट लो।

लूका 22:17


(59) फिर उस ने रोटी ली, और धन्यवाद करके तोड़ी, और उन को यह कहते हुए दी, कि यह मेरी देह है, जो तुम्हारे लिये दी जाती है: मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।

लूका 22:19


(60) क्योंकि देखो, वे दिन आते हैं, जिन में कहेंगे, धन्य हैं वे जो बांझ हैं, और वे गर्भ जो न जने और वे स्तन जिन्हों ने दूध न पिलाया।

लूका 23:29


(61) जब वह उन के साथ भोजन करने बैठा, तो उस ने रोटी लेकर धन्यवाद किया, और उसे तोड़कर उन को देने लगा।

लूका 24:30


(62) तब यीशु ने रोटियां लीं, और धन्यवाद करके बैठने वालों को बांट दी: और वैसे ही मछिलयों में से जितनी वे चाहते थे बांट दिया।

यूहन्ना 6:11


(तौभी और छोटी नावें तिबिरियास से उस जगह के निकट आई, जहां उन्होंने प्रभु के धन्यवाद करने के बाद रोटी खाई थी।)

यूहन्ना 6:23


(63) तब उन्होंने उस पत्थर को हटाया, फिर यीशु ने आंखें उठाकर कहा, हे पिता, मैं तेरा धन्यवाद करता हूं कि तू ने मेरी सुन ली है।

यूहन्ना 11:41


(64) खजूर की, डालियां लीं, और उस से भेंट करने को निकले, और पुकारने लगे, कि होशाना, धन्य इस्त्राएल का राजा, जो प्रभु के नाम से आता है।

यूहन्ना 12:13


(65) तुम तो ये बातें जानते हो, और यदि उन पर चलो, तो धन्य हो।

यूहन्ना 13:17


(66) यीशु ने उस से कहा, तू ने तो मुझे देखकर विश्वास किया है, धन्य वे हैं जिन्हों ने बिना देखे विश्वास किया॥

यूहन्ना 20:29


(67) मैं ने तुम्हें सब कुछ करके दिखाया, कि इस रीति से परिश्रम करते हुए निर्बलों को सम्भालना, और प्रभु यीशु की बातें स्मरण रखना अवश्य है, कि उस ने आप ही कहा है; कि लेने से देना धन्य है॥

प्रेरितों के काम 20:35


(68) इस को हम हर जगह और हर प्रकार से धन्यवाद के साथ मानते हैं।

प्रेरितों के काम 24:3


(69) हे राजा अग्रिप्पा, जितनी बातों का यहूदी मुझ पर दोष लगाते हैं, आज तेरे साम्हने उन का उत्तर देने में मैं अपने को धन्य समझता हूं।

प्रेरितों के काम 26:2


(70) और यह कहकर उस ने रोटी लेकर सब के साम्हने परमेश्वर का धन्यवाद किया; और तोड़कर खाने लगा।

प्रेरितों के काम 27:35


(71) वहां से भाई हमारा समाचार सुनकर अप्पियुस के चौक और तीन-सराए तक हमारी भेंट करने को निकल आए जिन्हें देखकर पौलुस ने परमेश्वर का धन्यवाद किया, और ढाढ़स बान्धा॥

प्रेरितों के काम 28:15


(72) पहिले मैं तुम सब के लिये यीशु मसीह के द्वारा अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं, कि तुम्हारे विश्वास की चर्चा सारे जगत में हो रही है।

रोमियो 1:8


(73) इस कारण कि परमेश्वर को जानने पर भी उन्होंने परमेश्वर के योग्य बड़ाई और धन्यवाद न किया, परन्तु व्यर्थ विचार करने लगे, यहां तक कि उन का निर्बुद्धि मन अन्धेरा हो गया।

रोमियो 1:21


(74) क्योंकि उन्होंने परमेश्वर की सच्चाई को बदलकर झूठ बना डाला, और सृष्टि की उपासना और सेवा की, न कि उस सृजनहार की जो सदा धन्य है। आमीन॥

रोमियो 1:25


(75) जिसे परमेश्वर बिना कर्मों के धर्मी ठहराता है, उसे दाउद भी धन्य कहता है।

रोमियो 4:6


(76) कि धन्य वे हैं, जिन के अधर्म क्षमा हुए, और जिन के पाप ढांपे गए।

रोमियो 4:7


(77) धन्य है वह मनुष्य जिसे परमेश्वर पापी न ठहराए।

रोमियो 4:8


(78) तो यह धन्य कहना, क्या खतना वालों ही के लिये है, या खतना रहितों के लिये भी? हम यह कहते हैं, कि इब्राहीम के लिये उसका विश्वास धामिर्कता गिना गया।

रोमियो 4:9


(79) परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, कि तुम जो पाप के दास थे तौभी मन से उस उपदेश के मानने वाले हो गए, जिस के सांचे में ढाले गए थे।

रोमियो 6:17


(80) मैं अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं: निदान मैं आप बुद्धि से तो परमेश्वर की व्यवस्था का, परन्तु शरीर से पाप की व्यवस्था का सेवन करता हूं॥

रोमियो 7:25


(81) पुरखे भी उन्हीं के हैं, और मसीह भी शरीर के भाव से उन्हीं में से हुआ, जो सब के ऊपर परम परमेश्वर युगानुयुग धन्य है। आमीन।

रोमियो 9:5


(82) जो किसी दिन को मानता है, वह प्रभु के लिये मानता है: जो खाता है, वह प्रभु के लिये खाता है, क्योंकि वह परमेश्वर का धन्यवाद करता है, और जा नहीं खाता, वह प्रभु के लिये नहीं खाता और परमेश्वर का धन्यवाद करता है।

रोमियो 14:6


(83) तेरा जो विश्वास हो, उसे परमेश्वर के साम्हने अपने ही मन में रख: धन्य है वह, जो उस बात में, जिस वह ठीक समझता है, अपने आप को दोषी नहीं ठहराता।

रोमियो 14:22


(84) और अन्यजाति भी दया के कारण परमेश्वर की बड़ाई करें, जैसा लिखा है, कि इसलिये मैं जाति जाति में तेरा धन्यवाद करूंगा, और तेरे नाम के भजन गाऊंगा।

रोमियो 15:9


(85) उन्होंने मेरे प्राण के लिये अपना ही सिर दे रखा था और केवल मैं ही नहीं, वरन अन्यजातियों की सारी कलीसियाएं भी उन का धन्यवाद करती हैं।

रोमियो 16:4


(86) मैं तुम्हारे विषय में अपने परमेश्वर का धन्यवाद सदा करता हूं, इसलिये कि परमेश्वर का यह अनुग्रह तुम पर मसीह यीशु में हुआ।

1 कुरिन्थियों 1:4


(87) मैं परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं, कि क्रिस्पुस और गयुस को छोड़, मैं ने तुम में से किसी को भी बपतिस्मा नहीं दिया।

1 कुरिन्थियों 1:14


(88) परन्तु जेसी है यदि वैसी ही रहे, तो मेरे विचार में और भी धन्य है, और मैं समझता हूं, कि परमेश्वर का आत्मा मुझ में भी है॥

1 कुरिन्थियों 7:40


(89) वह धन्यवाद का कटोरा, जिस पर हम धन्यवाद करते हैं, क्या मसीह के लोहू की सहभागिता नहीं? वह रोटी जिसे हम तोड़ते हैं, क्या वह मसीह की देह की सहभागिता नहीं?

1 कुरिन्थियों 10:16


(90) यदि मैं धन्यवाद करके साझी होता हूं, तो जिस पर मैं धन्यवाद करता हूं, उसके कारण मेरी बदनामीं क्यों होती है?

1 कुरिन्थियों 10:30


(91) और धन्यवाद करके उसे तोड़ी, और कहा; कि यह मेरी देह है, जो तुम्हारे लिये है: मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।

1 कुरिन्थियों 11:24


(92) नहीं तो यदि तू आत्मा ही से धन्यवाद करेगा, तो फिर अज्ञानी तेरे धन्यवाद पर आमीन क्योंकर कहेगा? इसलिये कि वह तो नहीं जानता, कि तू क्या कहता है?

1 कुरिन्थियों 14:16


(93) तू तो भली भांति से धन्यवाद करता है, परन्तु दूसरे की उन्नति नहीं होती।

1 कुरिन्थियों 14:17


(94) मैं अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं, कि मैं तुम सब से अधिक अन्य अन्य भाषा में बोलता हूं।

1 कुरिन्थियों 14:18


 (95) परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें जयवन्त करता है।

1 कुरिन्थियों 15:57


 (96) हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर, और पिता का धन्यवाद हो, जो दया का पिता, और सब प्रकार की शान्ति का परमेश्वर है।

2 कुरिन्थियों 1:3


(97) और तुम भी मिलकर प्रार्थना के द्वारा हमारी सहायता करोगे, कि जो वरदान बहुतों के द्वारा हमें मिला, उसके कारण बहुत लोग हमारी ओर से धन्यवाद करें॥

2 कुरिन्थियों 1:11


(98) परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो मसीह में सदा हम को जय के उत्सव में लिये फिरता है, और अपने ज्ञान का सुगन्ध हमारे द्वारा हर जगह फैलाता है।

2 कुरिन्थियों 2:14


(99) क्योंकि सब वस्तुएं तुम्हारे लिये हैं, ताकि अनुग्रह बहुतों के द्वारा अधिक होकर परमेश्वर की महिमा के लिये धन्यवाद भी बढ़ाए॥

2 कुरिन्थियों 4:15


(100) और परमेश्वर का धन्यवाद हो, जिस ने तुम्हारे लिये वही उत्साह तितुस के हृदय में डाल दिया है।

2 कुरिन्थियों 8:16


(101) कि तुम हर बात में सब प्रकार की उदारता के लिये जो हमारे द्वारा परमेश्वर का धन्यवाद करवाती है, धनवान किए जाओ।

2 कुरिन्थियों 9:11


(102) क्योंकि इस सेवा के पूरा करने से, न केवल पवित्र लोगों की घटियां पूरी होती हैं, परन्तु लोगों की ओर से परमेश्वर का बहुत धन्यवाद होता है।

2 कुरिन्थियों 9:12


(103) परमेश्वर को उसके उस दान के लिये जो वर्णन से बाहर है, धन्यवाद हो॥

2 कुरिन्थियों 9:15


(104) प्रभु यीशु का परमेश्वर और पिता जो सदा धन्य है, जानता है, कि मैं झूठ नहीं बोलता।

2 कुरिन्थियों 11:31


(105) हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद हो, कि उस ने हमें मसीह में स्वर्गीय स्थानों में सब प्रकार की आशीष दी है।

इफिसियों 1:3


(106) तुम्हारे लिये धन्यवाद करना नहीं छोड़ता, और अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण किया करता हूं।

इफिसियों 1:16


(107) और न निर्लज्ज़ता, न मूढ़ता की बातचीत की, न ठट्ठे की, क्योंकि ये बातें सोहती नहीं, वरन धन्यवाद ही सुना जाएं।

इफिसियों 5:4


(108) और सदा सब बातों के लिये हमारे प्रभु यीशु मसीह के नाम से परमेश्वर पिता का धन्यवाद करते रहो।

इफिसियों 5:20


(109) मैं जब जब तुम्हें स्मरण करता हूं, तब तब अपने परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं।

फिलिप्पियों 1:3


(110) किसी भी बात की चिन्ता मत करो: परन्तु हर एक बात में तुम्हारे निवेदन, प्रार्थना और बिनती के द्वारा धन्यवाद के साथ परमेश्वर के सम्मुख अपस्थित किए जाएं।

फिलिप्पियों 4:6


(111) हम तुम्हारे लिये नित प्रार्थना करके अपने प्रभु यीशु मसीह के पिता अर्थात परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं।

कुलुस्सियों 1:3


(112) और पिता का धन्यवाद करते रहो, जिस ने हमें इस योग्य बनाया कि ज्योति में पवित्र लोगों के साथ मीरास में समभागी हों।

कुलुस्सियों 1:12


(113) और उसी में जड़ पकड़ते और बढ़ते जाओ; और जैसे तुम सिखाए गए वैसे ही विश्वास में दृढ़ होते जाओ, और अत्यन्त धन्यवाद करते रहो॥

कुलुस्सियों 2:7


(114) और मसीह की शान्ति जिस के लिये तुम एक देह होकर बुलाए भी गए हो, तुम्हारे हृदय में राज्य करे, और तुम धन्यवादी बने रहो।

कुलुस्सियों 3:15


(115) और वचन से या काम से जो कुछ भी करो सब प्रभु यीशु के नाम से करो, और उसके द्वारा परमेश्वर पिता का धन्यवाद करो॥

कुलुस्सियों 3:17


(116) प्रार्थना में लगे रहो, और धन्यवाद के साथ उस में जागृत रहो।

कुलुस्सियों 4:2


(117) हम अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण करते और सदा तुम सब के विषय में परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं।

1 थिस्सलुनीकियों 1:2


(118) इसलिये हम भी परमेश्वर का धन्यवाद निरन्तर करते हैं; कि जब हमारे द्वारा परमेश्वर के सुसमाचार का वचन तुम्हारे पास पहुंचा, तो तुम ने उस मनुष्यों का नहीं, परन्तु परमेश्वर का वचन समझकर (और सचमुच यह ऐसा ही है) ग्रहण किया: और वह तुम में जो विश्वास रखते हो, प्रभावशाली है।

1 थिस्सलुनीकियों 2:13


(119) और जैसा आनन्द हमें तुम्हारे कारण अपने परमेश्वर के साम्हने है, उसके बदले तुम्हारे विषय में हम किस रीति से परमेश्वर का धन्यवाद करें?

1 थिस्सलुनीकियों 3:9


(120) हर बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा है।

1 थिस्सलुनीकियों 5:18


(121) हे भाइयो, तुम्हारे विषय में हमें हर समय परमेश्वर का धन्यवाद करना चाहिए, और यह उचित भी है इसलिये कि तुम्हारा विश्वास बहुत बढ़ता जाता है, और तुम सब का प्रेम आपस में बहुत ही होता जाता है।

2 थिस्सलुनीकियों 1:3


(122) पर हे भाइयो, और प्रभु के प्रिय लोगो चाहिये कि हम तुम्हारे विषय में सदा परमेश्वर का धन्यवाद करते रहें, कि परमेश्वर ने आदि से तुम्हें चुन लिया; कि आत्मा के द्वारा पवित्र बन कर, और सत्य की प्रतीति करके उद्धार पाओ।

2 थिस्सलुनीकियों 2:13


(123) यही परमधन्य परमेश्वर की महिमा के उस सुसमाचार के अनुसार है, जो मुझे सौंपा गया है॥

1 तीमुथियुस 1:11


(124) और मैं, अपने प्रभु मसीह यीशु का, जिस ने मुझे सामर्थ दी है, धन्यवाद करता हूं; कि उस ने मुझे विश्वास योग्य समझकर अपनी सेवा के लिये ठहराया।

1 तीमुथियुस 1:12


(125) अब मैं सब से पहिले यह उपदेश देता हूं, कि बिनती, और प्रार्थना, और निवेदन, और धन्यवाद, सब मनुष्यों के लिये किए जाएं।

1 तीमुथियुस 2:1


(126) जो ब्याह करने से रोकेंगे, और भोजन की कुछ वस्तुओं से परे रहने की आज्ञा देंगे; जिन्हें परमेश्वर ने इसलिये सृजा कि विश्वासी, और सत्य के पहिचानने वाले उन्हें धन्यवाद के साथ खाएं।

1 तीमुथियुस 4:3


(127) क्योंकि परमेश्वर की सृजी हुई हर एक वस्तु अच्छी है: और कोई वस्तु अस्वीकार करने के योग्य नहीं; पर यह कि धन्यवाद के साथ खाई जाए।

1 तीमुथियुस 4:4


(128) जिसे वह ठीक समयों में दिखाएगा, जो परमधन्य और अद्वैत अधिपति और राजाओं का राजा, और प्रभुओं का प्रभु है।

1 तीमुथियुस 6:15


(129) जिस परमेश्वर की सेवा मैं अपने बाप दादों की रीति पर शुद्ध विवेक से करता हूं, उसका धन्यवाद हो कि अपनी प्रार्थनाओं में तुझे लगातार स्मरण करता हूं।

2 तीमुथियुस 1:3


(130) और उस धन्य आशा की अर्थात अपने महान परमेश्वर और उद्धारकर्ता यीशु मसीह की महिमा के प्रगट होने की बाट जोहते रहें।

तीतुस 2:13


(131) सदा परमेश्वर का धन्यवाद करता हूं; और अपनी प्रार्थनाओं में भी तुझे स्मरण करता हूं।

फिलेमोन 1:5


(132) धन्य है वह मनुष्य, जो परीक्षा में स्थिर रहता है; क्योंकि वह खरा निकल कर जीवन का वह मुकुट पाएगा, जिस की प्रतिज्ञा प्रभु ने अपने प्रेम करने वालों को दी है।

याकूब 1:12


(133) एक ही मुंह से धन्यवाद और श्राप दोनों निकलते हैं।

याकूब 3:10


(134) देखो, हम धीरज धरने वालों को धन्य कहते हैं: तुम ने अय्यूब के धीरज के विषय में तो सुना ही है, और प्रभु की ओर से जो उसका प्रतिफल हुआ उसे भी जान लिया है, जिस से प्रभु की अत्यन्त करूणा और दया प्रगट होती है।

याकूब 5:11


(135) हमारे प्रभु यीशु मसीह के परमेश्वर और पिता का धन्यवाद दो, जिस ने यीशु मसीह के हुओं में से जी उठने के द्वारा, अपनी बड़ी दया से हमें जीवित आशा के लिये नया जन्म दिया।

1 पतरस 1:3


(136) और यदि तुम धर्म के कारण दुख भी उठाओ, तो धन्य हो; पर उन के डराने से मत डरो, और न घबराओ।

1 पतरस 3:14


(137) फिर यदि मसीह के नाम के लिये तुम्हारी निन्दा की जाती है, तो धन्य हो; क्योंकि महिमा का आत्मा, जो परमेश्वर का आत्मा है, तुम पर छाया करता है।

1 पतरस 4:14


(138) धन्य है वह जो इस भविष्यद्वाणी के वचन को पढ़ता है, और वे जो सुनते हैं और इस में लिखी हुई बातों को मानते हैं, क्योंकि समय निकट आया है॥

प्रकाशित वाक्य 1:3


(139) और जब वे प्राणी उस की जो सिंहासन पर बैठा है, और जो युगानुयुग जीवता है, महिमा और आदर और धन्यवाद करेंगे।

प्रकाशित वाक्य 4:9


(140) और वे ऊंचे शब्द से कहते थे, कि वध किया हुआ मेम्ना ही सामर्थ, और धन, और ज्ञान, और शक्ति, और आदर, और महिमा, और धन्यवाद के योग्य है।

प्रकाशित वाक्य 5:12


(141) फिर मैं ने स्वर्ग में, और पृथ्वी पर, और पृथ्वी के नीचे, और समुद्र की सब सृजी हुई वस्तुओं को, और सब कुछ को जो उन में हैं, यह कहते सुना, कि जो सिंहासन पर बैठा है, उसका, और मेम्ने का धन्यवाद, और आदर, और महिमा, और राज्य, युगानुयुग रहे।

प्रकाशित वाक्य 5:13


(142) हमारे परमेश्वर की स्तुति, ओर महिमा, और ज्ञान, और धन्यवाद, और आदर, और सामर्थ, और शक्ति युगानुयुग बनी रहें। आमीन।

प्रकाशित वाक्य 7:12


(143) यह कहने लगे, कि हे सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर, जो है, और जो था, हम तेरा धन्यवाद करते हैं, कि तू ने अपनी बड़ी सामर्थ्य काम में ला कर राज्य किया है।

प्रकाशित वाक्य 11:17


(144) और मैं ने स्वर्ग से यह शब्द सुना, कि लिख; जो मुरदे प्रभु में मरते हैं, वे अब से धन्य हैं, आत्मा कहता है, हां क्योंकि वे अपने परिश्र्मों से विश्राम पाएंगे, और उन के कार्य उन के साथ हो लेते हैं॥

प्रकाशित वाक्य 14:13


(145) देख, मैं चोर की नाईं आता हूं; धन्य वह है, जो जागता रहता है, और अपने वस्त्र कि चौकसी करता है, कि नंगा न फिरे, और लोग उसका नंगापन न देखें।

प्रकाशित वाक्य 16:15


(146) और उस ने मुझ से कहा; यह लिख, कि धन्य वे हैं, जो मेम्ने के ब्याह के भोज में बुलाए गए हैं; फिर उस ने मुझ से कहा, ये वचन परमेश्वर के सत्य वचन हैं।

प्रकाशित वाक्य 19:9


(147) धन्य और पवित्र वह है, जो इस पहिले पुनरुत्थान का भागी है, ऐसों पर दूसरी मृत्यु का कुछ भी अधिकार नहीं, पर वे परमेश्वर और मसीह के याजक होंगे, और उसके साथ हजार वर्ष तक राज्य करेंगे॥

प्रकाशित वाक्य 20:6


(148) देख, मैं शीघ्र आने वाला हूं; धन्य है वह, जो इस पुस्तक की भविष्यद्वाणी की बातें मानता है॥

प्रकाशित वाक्य 22:7


(149) धन्य वे हैं, जो अपने वस्त्र धो लेते हैं, क्योंकि उन्हें जीवन के पेड़ के पास आने का अधिकार मिलेगा, और वे फाटकों से हो कर नगर में प्रवेश करेंगे।


प्रकाशित वाक्य 22:14


20 December, 2019

नेटवर्क मार्केटिंग


नेटवर्क मार्केटिंग

परिभाषा: एक व्यवसाय मॉडल जिसमें व्यवसाय बनाने के लिए एक वितरक नेटवर्क की आवश्यकता होती है। आमतौर पर ऐसे व्यवसाय प्रकृति में बहु स्तरीय विपणन भी होते हैं, जिसमें पे आउट एक से अधिक स्तरों पर होते हैं।


नेटवर्क मार्केटिंग एक प्रकार का व्यवसाय अवसर है जो अंशकालिक, लचीले व्यवसायों की तलाश कर रहे लोगों के साथ बहुत लोकप्रिय है। अमेरिका की कुछ जानी-मानी कंपनियां, जिनमें एवन, मैरी के कॉस्मेटिक्स और टपरवेयर शामिल हैं, नेटवर्क मार्केटिंग छतरी के नीचे आती हैं।


नेटवर्क मार्केटिंग प्रोग्राम में कम अपफ्रंट निवेश की सुविधा होती है - आमतौर पर उत्पाद नमूना किट की खरीद के लिए केवल कुछ सौ डॉलर - और उत्पाद लाइन को सीधे दोस्त, परिवार और अन्य व्यक्तिगत संपर्कों को बेचने का अवसर। अधिकांश नेटवर्क मार्केटिंग प्रोग्राम प्रतिभागियों को अन्य बिक्री प्रतिनिधियों की भर्ती करने के लिए भी कहते हैं। रंग रूट एक प्रतिनिधि के "डाउनलाइन" का गठन करते हैं और उनकी बिक्री कार्यक्रम में उन लोगों के लिए आय उत्पन्न करती है।


जब नेटवर्क मार्केटिंग नेटवर्क मुख्य रूप से कंपनी के उत्पादों या सेवाओं को बेचने के बजाय दूसरों को भर्ती करने के लिए प्रतिभागियों को मुआवजा देता है तो चीजें चिपचिपी हो सकती हैं। एक नेटवर्क विपणन प्रणाली जिसमें अधिकांश राजस्व भर्ती से आता है, एक अवैध पिरामिड योजना माना जा सकता है।


चूंकि नेटवर्क मार्केटिंग प्रोग्राम आमतौर पर व्यवसाय के अवसर विनियमन से मुक्त होते हैं और उन्हें राज्य और संघीय मताधिकार क़ानूनों के तहत फ्रेंचाइजी के रूप में परिभाषित नहीं किया जाता है, इसलिए आपको किसी भी पैसे का निवेश करने से पहले अपनी जांच करने की आवश्यकता होगी।


Network Marketing

Definition: A business model in which a distributor network is needed to build the business. Usually such businesses are also multilevel marketing in nature in that payouts occur at more than one level.


Network marketing is a type of business opportunity that is very popular with people looking for part-time, flexible businesses. Some of the best-known companies in America, including Avon, Mary Kay Cosmetics and Tupperware, fall under the network marketing umbrella.


Network marketing programs feature a low upfront investment--usually only a few hundred dollars for the purchase of a product sample kit--and the opportunity to sell a product line directly to friends, family and other personal contacts. Most network marketing programs also ask participants to recruit other sales representatives. The recruits constitute a rep's "downline," and their sales generate income for those above them in the program.


Things can get sticky when a network marketing network compensates participants primarily for recruiting others rather than for selling the company's products or services. A network marketing system in which most of the revenue comes from recruitment may be considered an illegal pyramid scheme.


Since network marketing programs are usually exempt from business opportunity regulation and aren't defined as franchises under state and federal franchise laws, you'll need to do your own investigation before investing any money.


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नेटवर्क मार्केटिंग

 (एम एलएम) 

में सफल होने के लिए 5 टिप्स


बहुत से लोगों ने मुझे Instagram पर मैसेज करके पूछा है कि Network Marketing या MLM के बारे में मेरे क्या विचार हैं, तो मैंने सोचा कि क्यों न इसके बारे में ब्लॉग पोस्ट बनाई जाए। तो यहाँ यह है ...


नेटवर्क मार्केटिंग क्या है?

नेटवर्क मार्केटिंग, या मल्टी-लेवल मार्केटिंग (एमएलएम), जैसा कि इसे भी कहा जाता है, एक डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस मॉडल है, जहां स्वतंत्र-एजेंट कमीशन के लिए कंपनी के उत्पादों और सेवाओं के वितरकों के रूप में काम करते हैं, और उन्हें अपनी बिक्री बल विकसित करने और प्रबंधित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। अन्य एजेंटों को भी भर्ती करके। समय की स्वतंत्रता, लाभदायक व्यवसाय और अपने स्वयं के सफलता के पाठ्यक्रम को पूरा करने का मौका होने की संभावना के कारण नेटवर्क मार्केटिंग काफी लोगों से अपील करता है। जो कोई भी मल्टी-लेवल मार्केटिंग के लिए प्रतिबद्धता बना सकता है, उसके लिए एक आकर्षक कैरियर बनाने का मौका है।


यदि आप नेटवर्क मार्केटिंग में सफल होने का इरादा रखते हैं, तो यहां 5 टिप्स दिए गए हैं, जो मैंने इस उद्योग में वर्षों बिताने वाले दोस्त से सीखे हैं:


1.सही  (राइट) कंपनी से जुड़ें

एक सफल नेटवर्क मार्केटर बनने में आपका पहला कदम सही कंपनी का चुनाव करना है। रोज़ बढ़ती कई कंपनियों ने एक समस्या का चयन किया है, लेकिन अगर आप चुनते समय नीचे के बिंदुओं पर विचार कर सकते हैं, तो आपसे गलती होने की संभावना कम होगी:


सदस्यता

एक सफल नेटवर्क मार्केटर बनाने में मेंटरशिप फैक्टर एक लंबा रास्ता तय करता है। इस विषय पर इस लेख के बाद के पैराग्राफ में विवरण पर चर्चा की जाएगी।


आपको भुगतान कैसे किया जाता है

कंपनी की क्षतिपूर्ति योजना पर विचार करने के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण कारक है। उनकी वेतन संरचना क्या है? उनकी भुगतान नीति क्या है?


समय

टाइमिंग फैक्टर को निर्धारित करने की कुंजी उन कंपनियों से बचने की कोशिश करना है जो या तो बहुत छोटी हैं या बहुत पुरानी हैं। 5 वर्ष से कम उम्र के एमएलएम शुरू करें और आमतौर पर बहुत जोखिम भरा होता है। दूसरी ओर, 50 वर्ष की आयु की पूरी तरह से स्थापित कंपनियां शायद संतृप्त हैं। अच्छा विचार नहीं!


उत्पाद / सेवा

कंपनी के उत्पाद या सेवाएं क्या हैं? यह याद रखें कि मूल रूप से वे अपना पैसा कैसे बनाते हैं। उनके उत्पादों को बहुत उच्च गुणवत्ता का होना चाहिए और उन्हें खरीदने वाले लोगों के लिए फायदेमंद होना चाहिए।


2. सही बिजनेस मेंटर द्वारा प्रशिक्षित हों

चूंकि नेटवर्क मार्केटिंग सभी प्रतिकृति के बारे में है, इसलिए आपको सही व्यक्ति को दोहराने के लिए खोजने की आवश्यकता है, इसलिए आप अपने डाउनलाइनर्स / मेंटिस के समान मूल्यों पर भी पास कर सकते हैं। आपकी टीम को उत्साह, निरंतर आत्म सुधार और एक संभावना भावना को प्रतिबिंबित करने की आवश्यकता है।


पहला वर्ष काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है, क्योंकि यह वह अवधि है जहां आपको अपने द्वारा बेची जा रही ब्रांड की नई कौशल, उत्पाद और मार्केटिंग रणनीतियों को सीखने को मिलता है। आपको इस बिंदु पर एक संरक्षक की आवश्यकता है, जो आपको मार्गदर्शन करे और आपकी हर संभव बाधाओं को दूर करने में आपकी मदद करे और आपको सफल सुनिश्चित करे।


3. सही उम्मीदें रखें

बहुत सारे लोग यह सोचने की महंगी गलती करते हैं कि नेटवर्क मार्केटिंग में शामिल होने के कुछ दिनों या कुछ हफ्तों में उन्हें बहुत पैसा मिल जाएगा। हालांकि यह एक संभावना है, नेटवर्क मार्केटिंग एक निश्चित काम नहीं है जहां आप जानते हैं कि हर हफ्ते या महीने में क्या करना है। यह किसी भी अन्य व्यवसाय की तरह एक व्यवसाय है, जिसमें काम की आवश्यकता होती है ... और समय, और इसमें से बहुत से को तोड़ने या मुनाफा कमाने के लिए। सही उम्मीदें रखने के लिए उद्देश्य और प्रयासों, समय और संसाधनों में मूल्य का भुगतान करने के लिए तैयार रहने की आवश्यकता होती है।


4. सकारात्मक सोच (Attitude )ही सब कुछ है

नेटवर्क मार्केटिंग एक व्यवसाय है और शौक नहीं। व्यवसाय रवैये पर पनपे। दावों के लिए मत गिरो ​​कि आप पार्ट टाइम प्रयासों में नेटवर्क मार्केटिंग में समृद्ध हो जाएंगे। अपनी इच्छा के स्तर तक पहुँचने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।


समय के साथ गति प्राप्त होती है, इसलिए दिन, सप्ताह या महीने बीतने के साथ सही रवैया रखें। सुसंगत रहें और कभी भी हार न मानें जो दबाव आपको मुठभेड़ में मिलता है। सफलता का एक रहस्य है: हर दिन बेहतर बनें!


यह भी बहुत महत्वपूर्ण है कि आप अपने आप में निवेश करें। उन लोगों का हिस्सा न बनें जो अपने व्यवसायों में पैसा लगाने से डरते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह जोखिम भरा है। सबसे सफल नेटवर्क विपणक की तरह, कोचिंग, पाठ्यक्रम, सलाह, उद्योग उपकरण और संसाधनों में भारी निवेश करें जो आपके व्यवसाय को चलाने में आपकी सहायता करेंगे।


आपको एक बार में भारी निवेश करने की आवश्यकता नहीं है। जाने का सबसे अच्छा तरीका अन्य सफल नेटवर्क विपणक देखना है, देखें कि वे क्या कर रहे हैं जो उन्हें महान बनाता है और उनके चरणों का पालन करता है। अपना पैसा वहीं लगाएं जहां वे अपना पैसा लगाते हैं और आपको वही परिणाम मिलेगा।


5. सही (राइट) टीम बनाएं

ठीक है, अब आप सही नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी से संबंधित हैं और अब बहुत अच्छे व्यवसाय संरक्षक द्वारा ट्यूट किया जा रहा है। आप शायद सफलता की राह पर हैं, यह देखकर कि आपके पास सही उम्मीदें और दृष्टिकोण हैं। सही टीम बनाने के लिए अगला कदम उठाना है।


एक महीने में 5-आंकड़ा आय बनाने से पूरे महीने एक बिक्री करने के लिए संघर्ष करने वाले व्यक्ति को क्या फर्क पड़ता है, यह उनकी टीम के लोगों की तरह है। यह व्यवसाय विपणन पर केंद्रित है। ध्यान रखें कि लोग प्रदर्शन और क्षमता में भिन्न हैं। अपनी दृष्टि को चलाने की क्षमता रखने वाले लोगों के सेट के लिए जाएं: आपके साथ सफल होने के लिए सही दृष्टिकोण, अपेक्षा और प्रेरणा के साथ एक टीम। जब आप अंततः अपनी ड्रीम टीम पाते हैं, तो आप लगभग 100% सुनिश्चित होंगे कि आपका व्यवसाय तेजी से आगे बढ़ेगा और आपने नेटवर्क व्यवसाय में शामिल होने के लिए अपना लक्ष्य प्राप्त कर लिया होगा।


क्या आप अपने नेटवर्क मार्केटिंग व्यवसाय को विकसित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं?

यदि आप नेटवर्क मार्केटिंग में हैं, तो एक गेम-चेंजिंग बुक है जो अभी-अभी सामने आई है, जिसे आपको अपने संग्रह में जोड़ना होगा ... (और जब से आप इसे मुफ़्त में प्राप्त कर सकते हैं, क्यों नहीं ... सही है?)


रसेल ब्रूनसन ने हाल ही में अपनी नई किताब लॉन्च की है जिसका नाम है: "नेटवर्क मार्केटिंग सीक्रेट्स" ... और, वह वास्तव में पुस्तक की अपनी कॉपी के लिए भुगतान कर रहा है ... बहुत सीमित समय के लिए, मुझे यकीन है। आप कवर करेंगे सभी शिपिंग है।



यदि आपने कभी खुद को सोचा है:


"मुझे लगा कि मैं अब तक अपने व्यवसाय में आगे बढ़ूंगा ..."


"मुझे अपनी टीम में शामिल होने के लिए और लोग क्यों नहीं मिल सकते?"


"मैं उस भीड़ को कैसे खोजूं जो वास्तव में मेरे अवसर के बारे में सुनना चाहती है?"



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NETWORK MARKETING


Top 10 Direct Selling Company in India 2020 in Hindi


 आज के समय में इंडिया में टोटल रजिस्टर्ड 388 डायरेक्ट सेलिंग कंपनी हैं. जिसमें से किसी भी  ( Top 10 Direct Selling Company in India 2020 in Hindi ) Top 10 कंपनी को छांटना यह अपने आप में एक बहुत मुश्किल काम है. क्योंकि कोई भी कंपनी चाहे जैसी भी हो लेकिन उस कंपनी में काम कर रहे हैं लीडर्स के लिए वह कंपनी सबसे बड़ी और सबसे अच्छी होती है. और ऐसा होना भी चाहिए. अपनी कम्पनी से लगाओ सबको होता है. हर एक लीडर अपनी कंपनी के बारे में अच्छा सुनाना चाहता है.


हमने बहुत रिसर्च किया कि कैसे हम बता पायें की इंडिया में कौन सी कंपनी बेस्ट है, या कौन सी कंपनी टॉप 10 में आती है. एक रास्ता निकला हमारे पास जिसके आधार पर हम यह काम कर सकते थे. वह था की जितने भी अच्छी कंपनी है उन सभी कंपनियों का बैलेंस शीट निकालें और उसको स्टडी करें. यह एकमात्र रास्ता था जिससे हम ये पता कर सकते हैं, की कौन सी कंपनी किस साल में कितना का टर्नओवर करती है. उसके अधर पर कम्पनी का नम्बरिंग कर सकते थे.


लेकिन मैं खुद भी डायरेक्ट सेलर होने के नाते यह सोचा कि किसी भी कंपनी का इस तरीके से सच्चाई सबके सामने लाना अच्छी बात नहीं है. क्योंकि सबको फील्ड में काम करना है जिससे थोड़ा बहुत दिक्कत आ सकती है.


और दूसरा रास्था हमारे पास निकला, कि कुछ डिजिटल मार्केटिंग के टूल्स हैं जिससे हम ये पता कर सकते हैं कि किस वेबसाइट पर 1 महीने में कितना ट्रैफिक आता है. ट्रैफिक से मेरा मतलब है कि 1 महीने में उस कंपनी के वेबसाइट पर कितने लोग आते हैं खरीदने के लिए. जिससे काफी हद तक कपनियों की नम्बरिंग  की जा सकती है. जिसे आप भी बड़ी आसानी से कर सकते हैं.


Top 10 Direct Selling or Network Marketing in India 2020 –

ये गूगल क्रोम का एक Extension है. आप इस Extension को अपने ब्राउज़र में इनस्टॉल करके पता कर सकते हैं की किस कम्पनी की वेबसाइट पर किस महीने कितने लोग आये.

                                                                                                

Top 10 Direct Selling Company in India 2020 in Hindi


1 .Vestige


In 2004 By GAUTAM BALI MANAGING DIRECTOR, KANWAR BIR SINGH DIRECTOR,

DEEPAK SOOD, DIRECTOR

Health Care, Personal Care, Home Care, and Agriculture

Our Corporate Office

Vestige Marketing Pvt. Ltd.

A-89, Okhla Industrial Area Phase II, New Delhi 110 020

Phone

011- 43101234

All India Toll-Free Number – 18001023424


2. Amway

RICH DEVOS AND JAY VAN ANDEL

In 1959, 100 countries, Health, Home Care and Personal Care

Amway Head Office Address

Amway India Enterprises Pvt. Ltd.

Plot No. 84 , Sector – 32, Gurugram – 122001(HR) ,India

General Inquiries: +91-124-3058888, General Fax: +91-124-3058899


3. Forever Living Products

Founder: Rex Maughan

Founded: 1978, Tempe, Arizona, United States,

Health Care and Alovera Juice,

INDIA HOME OFFICE

Forever Plaza, 74 Hill Road, Opp. St. Stanislaus High School

Bandra (West), Mumbai – 400 050 – India


4. I M C ( International Marketing Corporation Pvt. Ltd. )

Started in 2007 By Dr. Ashok Bhatia Mr. Satyan Bhatia,

Health, Personal Care and Agriculture

Shri Guru Nanak Dev Bhawan, Near Bharat Nagar Chowk, Ludhiana-141002

Toll-Free No.: 1800-137-1098

info@imcbusiness.com

https://www.imcbusiness.com


5. Mi Lifestyle Marketing Global Private Limited

Founder: Rex Maughan

Founded: 1978, Tempe, Arizona, United States,

Health Care and Alovera Juice,

INDIA HOME OFFICE

Forever Plaza, 74 Hill Road, Opp. St. Stanislaus High School

Bandra (West), Mumbai – 400 050 – India


6. Modicare

1996 By Samir Modi- Founder and Managing Director, Modicare Limited-

Health, Personal Care, and Home Care

Head Office Address

Modicare Limited

5, Community Center, New Friends Colony,

New Delhi, Pin – 110025, 011-66623000

Contact Us

Azadi Call Centre All-India Toll-Free Number:- 180030012999(10 AM-10 PM)

support-modicare@modi.com

grievance-modicare@modi.com


7. Glaze Galway India Pvt ltd

Glaze Trading India Pvt. Ltd was established in the year 2003

By Mr. Sanjeev Chhibber and Mr. Chetan Handa

Head Office

Glaze Trading India Pvt. Ltd. (Janakpuri Office)

A-1/175, Main Najafgarh Road, Janakpuri, New Delhi- 110058

Tel: +91-11-46277200, Fax:- +91-11-41582228

Email: cc@glazegalway.com


8. Herbalife

Mark Hughes – 1980

Herbalife International India Pvt. Ltd.

No. 14, Commissariat Road

Bangalore – 560025, Phone: 080-40311444

Email: writetous@herbalife.com


9. Naswiz Retails

Men’s wear and women’s wear, beauty, and personal care

NASWIZ RETAILS PVT. LTD.

810 Krishna Apra Business Square,

Netaji Subhash Place, Pitampura,

New Delhi-110034


10. Safe & Secure Online Marketing Pvt. Ltd


14 Dec 2000 by Rajat Verma, Siddharth Sehgal, Rajpal Arora, Raju Anand, and Harish Saundhi

Educational products, Lifestyle, technology products, apparel both for men & women, utensils, Ayurveda products for good health,

Address: A-3/24 Janakpuri

New Delhi-110058

Phone: +91 11 45674444

Website: http://safeshopindia.com

E-mail: support@safeshopindia.com


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NETWORK MARKETING


7 Diamond Quality in Hindi 

एक सफल डायमंड के 7 गुण


 जिन्दगी में कोई भी काम करने के लिए किसी न किसी बिशेष ज्ञान की जरुरत होती है , जैसे – यदि आप इंजीनियर बनाना चाहते हैं आपके उस टाइप ज्ञान होना चाहिए , या CA बना है तो आपके पास उस टाइप का ज्ञान हों चाहिए , मतलब क्या आपको जीवन में कुछ भी बनाना है आपको उस फिल्ड का ज्ञान या यूँ कहें की गुण होने चाहिए ..


ठीक वैसे ही यदि आप एक सफल Diamond बनाना चाहते हैं आपके पास कुच्छ खास गुण होने ही चाहिए.


आज मैं आप सभी के साथ 7 ऐसे गुण बताने जा रहा हूँ की जो किसी भी व्यक्ति को अपने कंपनी में एक सफल Diamond 

बना सकता है ,


7 Diamond Quality 

एक सफल डायमंड के 7 गुण

1. Burning Desire – दृढ इच्छा

यदि आप वास्तव में जिन्दगी के किसी भी फिल्ड में कामयाब होना चाहते हैं तो आपके पास एक प्रबल इच्छा होनी चाहिए. चाहे आप अपने फाइनेंस को ठीक करना चाहते हैं या अपने बिज़नेस में सफल होना चाहते हैं, आपको एक दृढ इच्छा होना ही चाहिए.


मैं आपको एक स्टोरी बताता हूँ ,

एक बार एक व्यक्ति ने सुकरात से जिंदगी में सफलता पाने के लिए एक मंत्र पूछे, तो सुकरात ने कहा ठीक है आप अगले सुबह मुझसे तालाब के किनारे मिलिए. वह व्यक्ति अगले सुबह ठीक उसी टाइम पर तलाब के पास पहुंच गया. तो उसको सुकरात ने उनको बताया कि चलिए ठीक है पहले हम स्नान ध्यान कर लेते हैं उसके बाद मैं बताऊंगा कि जिंदगी में सफलता का रहस्य क्या है.


जैसे व्यक्ति पानी में गया त्यों सुकरात ने अपने शिष्यों को इशारा किया कि उसको दबा दीजिए. उन सभी ने मिलकर उसका उसका सर पानी डुबो दिया, जब लगाने लगा की वह मर जाएगा और जब उसका शरीर नीला पड़ने लगा तो सुकरात ने अपने शिष्यों को बोला कि अब इसको बाहर निकालिए.


तो उसको बाहर निकाला गया तो वह व्यक्ति पहले 10 – 15 मिनट तक सांस लिया उसके बाद सुकरात के पास गुस्से से भरा हो कर गया और बोला मैंने तो आपसे जीवन में सफलता का रहस्य पूछा था आपने तो मुझे मार ही दिया होता. तो सुकरात ने कहा ठीक है आपको जितना गुस्सा करना है आप मुझ पर गुस्सा करिए लेकिन उससे पहले मेरा एक सवाल है जिसका आप जवाब दे दीजिए.


सबसे पहले आप यह बताइए जो तालाब में थे तो आपको सबसे अधिक किस चीज का आवश्यकता थी आपके मन में क्या विचार आ रहे थे, तो उस व्यक्ति ने कहा महाराज विचार विचार छोडिये मेरे अंदर तो सिर्फ एक ही चीज चल रही थी वह था कि मैं सांस कैसे लूं. तो सुकरात ने कहा की जैसे सांस लेने के लिए आपके अंदर तड़प है वही तड़प यदि आपको आपके लक्ष्य के लिए होने लगे तो आप जीवन में सफल बन सकता हैं . आपको सफल बनाने से दुनिया की कोई भी ताकत आपको रोक नही पायेगी.


2. Always ready to learn and Change. हमेशा सीखने के लिए तैयार रहे / बदलने के लिए तैयार रहे

यदि आप सिखाने के लिए तैयार हैं तो आपको दुनियां की कोई भी ताकत आपको हरा नही सकती और यदि आप सीखने के तैयार नही हैं नही हैं तो आपको दुनिया की कोई भी ताकत आपको जिता नही सकती . यदि आप सिख सकते हैं तो कर सकते हैं . एक कहानी बताता हूँ आप सभी को-


तेनजिंग नार्गे यह सेरपा थे जितने भी माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने के लिए आदमी आते थे ये उनक सामान लेकर उनको माउंट एवरेस्ट पर ले जाते थे. एक दिन तेनजिंग नोर्गे ने निश्चय किया कि क्यों न मैं माउंट एवरेस्ट पर चढूं.


1935 में पहली बार एक टीम के साथ माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने की कोशिश की लेकिन चढ़ नहीं पाए और 1935 से लेकर के 1952 तक यानी कि 18 साल लगातार कोशिश करते रहे लेकिन वह माउंट एवरेस्ट पर चढ़ नहीं पाए. लेकिन एक बात थी जब भी वह नीचे उतरते थे एवरेस्ट को देखकर एक बात बोलते थे एवरेस्ट तू तो पहाड़ है तू ग्रो नहीं कर सकता, अपने आप को बदल नहीं सकता. मैं इंसान हूं अपने आप ग्रो कर सकता हूं बदल सकता हूं.


 

एक ना एक दिन मैं तुमको फतेह जरूर कर लूंगा और आप सभी को पता है दोस्तों 29 मई 1953 को इतिहास लिखा गया तेनजिंग नार्गे के नाम. इस व्यक्ति को 18 साल लग गए लेकिन कभी प्रयास करना नहीं छोड़ा. यदि आप सीखने की चाहत रखते हैं तो आप भी जीवन में सब कुछ कर सकते हैं . इसलिए दोस्तों परस्थियाँ कुछ भी क्यू न हो हमेशा सिखाते रहिये.


3. Punctual and Prepared जहाँ आपने जो समय पहुँचाने के लिया दिया है उस समय पर जरुर पहुंचे

जहां आपने जिस समय पहुंचने का समय दिया है हमेशा कोशिश करें कि आप समय से पहले पहुंचे. एक बहुत अच्छी कहावत कही जाती है यदि आप समय से पहले नहीं पहुंच सकते एट-लिस्ट कम से कम समय पर तो पहुंच जाइए. जब आपको जिस समय मीटिंग बुलाई जाए सेमिनार में बुलाया जाए किसी बड़े इवेंट बुलाया जाए आप हमेशा कोशिश कीजिए उसी समय पर पहुंचे.


Prepared हमेशा तैयार रहिये-

इसको मैं तीन भागों में बांटा है – Smile, Dress up, Carry tool with you


Smile

यह डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस लोगों का बिजनेस है और बिल्कुल सही बात है. हमें हर दिन बहुत सारे नए लोगों से मिलना होता है तो. आप हमेशा खुश रहिए जिससे भी मिलिए स्माइल के साथ मिलिए. चेहरे पर हमेशा स्माइल हो. और यदि आप ऐसा करते हैं तो आप सामने वाले के नजर में एक अच्छा व्यक्ति बन जाते हैं. इसलिए बहुत जरूरी होता है कि हम जब भी मिलें इस्माइल के साथ मिलें.कहीं भी जाएं तो इस्माइल के साथ ही मिले.


Dress up

एक बहुत अच्छी कहावत कही जाती है कि आदमी क्या खाता है क्या पीता है कोई नहीं देखता लेकिन वह क्या पहनता है यह पूरी दुनिया देखती है. इसलिए आप हमेशा अच्छे से कपडे पहनें कहीं भी जाएं, मार्केट में जाए या कहीं भी किसी भी कम से जाएँ तो हमेशा वेल ड्रेस्ड रहें. इससे आपके अंदर एक अलग से विश्वास आयेगा.आप खुद भी अपने आप में बहुत अधिक कॉंफिडेंट फिल करेंगें.


Carry tools with you

आप हमेशा अपने tool अपने साथ रखें. आपको जो भी टूल्स मिले हैं कंपनी की तरफ से वह सारे टूल्स हमेशा अपने साथ रखें. कौन जानता है कब कहा किसी की जरूरत पड़ जाए. इसलिए हमेशा आपकी जो भी ब्राउज़र हैं या जो कुछ भी आपको कम्पनी के तरफ से बिजनेस tool मिला है उसको हमेशा साथ रखिये.


4. Discipline and Consistency

आप कोई भी काम करें तो अनुशासन में रहकर करें. आपके सीनियर द्वारा जो भी चीजें बताई जाती है हमेशा उस को ध्यान में रखकर कोई भी काम करें. जब आप अनुशासन में होते हैं तो आपके साथ आपकी टीम में भी अनुशासन होती है. जब आप अपने सीनियर की बात मानते हैं , अपनी सीनियर की बताए हुए रास्ते पर चलते हैं तो हंड्रेड परसेंट मेरा दावा है कि आपकी टीम भी आपके बताए हुए रास्ते पर ही चलेगी.


कंसिस्टेंसी का मतलब होता है लगातार कई बार ऐसा होता है कि हम किसी को प्लान बताते हैं और बाद में जब क्लोजिंग करने की बारी आती है उसके बाद वह व्यक्ति हमें समझाने लगता है. हम उसको लगातार समझाते हैं कि उस व्यक्ति को यह बिजनेस ज्वाइन क्यू करना चाहिए. वह भी हमें बताने लगता है कि आपको यह बिजनेस क्यू छोड़ देना चाहिए. तो कभी भी ऐसी बातों से परेशान ना हो. आप अपना कार्य पूरी ईमानदारी और सही तरीके से लगातार करेंगे तो गारंटी है कि आपको उसके अच्छे परिणाम भी मिलेंगे.


5. Emotional Mastery अपने आप पर काबू रखें

किसी भी व्यक्ति को जिंदगी में सफलता के लिए उसको अपने आप पर बहुत ज्यादा कंट्रोल करने की जरूरत होती है. क्योंकि जब हम फिल्ड में जाते हैं तो हमारे सामने बहुत सारी चुनौतीयां आती हैं. जैसे कोई भी व्यक्ति कुछ भी बोल देता है. यहां तक कि हमने देखा है कई बारदेखा है की लोग गाली भी दे देते हैं. तो इसका मतलब यह नहीं कि आप भी उनको उसी तरीके से जवाब दें. ऐसा गलती बिल्कुल ना करें.


जब भी आपको कोई व्यक्ति अशब्द बात करता है या अभद्र व्यवहार करता है तो आप उसके साथ अच्छे से व्यवहार करें. जब आपका व्यवहार अच्छा रहेगा तो हो सकता है वह व्यक्ति अभी नहीं तो भविष्य में फिर कभी जरूर आपके साथ जुड़ना चाहेगा. कई बार ऐसा भी होता है की लोग अपने ही टीम में या कंपनी में किसी लड़की को गलत नजर से देखेते हैं. जब कभी आपको ऐसा लगे तो उस समय अपने इमोशन पर क्चन्त्रोल रखिये. तब ही जाकर आप जीवन में सफल बन सकते हैं.


6. Financial Discipline सही लेखा जोखा

Financial Discipline जिंदगी के किसी भी क्षेत्र में कामयाब होने बहुत अधिक जरूरी है. क्योंकि इसके बिना कोई भी व्यक्ति चाहे कितना भी अमीर हो या कितना भी गरीब हो Financial Discipline के बिना अपने जीवन में सफल नहीं हो सकता. यदि आप नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस है तो आप को सबसे अधिक जरूरत होती है फाइनैंशल डिसिप्लिन की.


क्योंकि हमारे पास फील्ड से बहुत सारे पैसे आते हैं उन पैसों का सही लेखा-जोखा करना सही तरीके से मैनेज करना, यह हमको आना चाहिए. आप कभी भी अपने टीम के लीडर के साथ उधार बाकी वाला काम ना करें. जो भी आपके टीम के साथ आपका लेन-देन हो कैश होना चाहिए. यदि आप उधार के साथ बाकी लेनदेन करेंगे तो हो सकता है आपको आगे कर बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़े. इसलिए हमेशा अपना हिसाब किताब अपने सीनियर और अपने जूनियर से साफ सुथरा रखें.


7. Perseverance जब तक कामयाब नही होंगे तबतक लगे रहेंगे.

जितने वाले कभी हर नही मानते और हर मानाने वाले कभी जित नही सकते .


आप जिंदगी के किसी फील्ड में क्यों ना हो हर फील्ड में यह बात लागू होती है. क्योंकि कोई भी सफलता रातो रात नहीं मिलती है, हर सफलता के पीछे किसी व्यक्ति का सालों का मेहनत छिपा होता है. और यदि आप नेटवर्क मार्केटिंग में है तो आपको सबसे अधिक जरूरत होती है. आपने दिल और दिमाग में एक बात बैठा लीजिएगा, जब तक सफल नहीं होंगे तब तक इस फील्ड को छोड़ेंगे नहीं. नेटवर्क मार्केटिंग में एक बहुत अच्छा डायलॉग फेमस है. इसको बोलते हैं ” जब तक जोड़ेंगे नहीं ,तब तक छोड़ेंगे नहीं ” वैसे आप भी जब तक कामयाब ना हो तब तक लगे रहें. एक न दिन कामयाबी आपके पास होगी.


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NETWORK MARKETING

नेटवर्क मार्केटिंग / डायरेक्ट सेल्लिंग के व्यापार में सफलता के मूल मंत्र

Secret of Success in Network Marketing in Hindi

 

Secret of Success in Network Marketing in Hindi ( नेटवर्क मार्केटिंग में सफल होने के सूत्र )

यदि आप नेटवर्क मार्केटिंग का बिजनेस करने वाले हैं या करना चाहते हैं तो आपके लिए बहुत ही ज्यादा हेल्पफुल कुछ टिप्स के बारे में बताऊंगा Secret of Success in Network Marketing , जो आपको नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में सक्सेस होने में मदद करेगा. कुछ ऐसे Secrete बताऊंगा जो आप अपने लाइफ में उपयोग कर सकते हैं और नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में सफल हो सकते हैं.


दोस्तों मैं बताना चाहता हूं आखिरकार क्यों डायरेक्ट सेलिंग कंपनी में बहुत सारे लोग फेल हो जाते हैं. डायरेक्ट सेलिंग कंपनी में फेल होने का सबसे बड़ा कारण यह कि कंपनी के बारे में पूरी जानकारी ना होना. दोस्तों मैं बताना चाहूंगा यदि आप डायरेक्ट सेलिंग कंपनी में बहुत बड़ा कामयाबी हासिल करना चाहते हैं तो आपको एक काम करना होगा वह है फालों द सिस्टम.


मैं एक ही लाइन में सफलता के सूत्र के बारे में बात करूं तो वह है फॉलो द सिस्टम किसी भी कंपनी में काम करने का एक सिस्टम होता है यदि आप डायरेक्ट सेलिंग कंपनी में काम करते हैं तो काम करने का एक सिस्टम होता है. आप किसी भी फील्ड में क्यों न हो उसमें भी काम करने का एक सिस्टम होता है . ठीक उसी तरह डायरेक्ट सेलिंग कंपनी में भी सफलता प्राप्त करने या काम करने का एक सिस्टम होता है.


यदि आप नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में सफलता प्राप्त करना चाहते हैं और बहुत बड़ा सफलता प्राप्त करना चाहते हैं तो सबसे पहला काम आपको यह करना है कि आपको अपने सोच को पॉजिटिव बनाना पड़ेगा, यानी कि अपनी सोच को सकारात्मक बनाना पड़ेगा, क्योंकि एक नकारात्मक सोच के साथ बहुत बड़ा काम नहीं किया जा सकता है.


1. सकारात्मक सोच Positive Thought

इसीलिए आपको अपनी सोच को पॉजिटिव बनाना पड़ेगा, सकारात्मक तरीके से सोचना होगा, आप को अपने आप पर विश्वास करना पड़ेगा , अपने कंपनी के ऊपर विश्वास करना पड़ेगा, आप किसी भी कंपनी में काम क्यों ना करते हो उस कंपनी के ऊपर आपको विश्वास करना पड़ेगा, एक पॉजिटिव माइंड सोच के साथ अपने कंपनी के सिस्टम के साथ काम को करना पड़ेगा.


आप किसी भी कंपनी में सबसे बड़ा काम करना चाहते हैं तो सबसे पहला जो काम करना है वह है अपने अंदर सकारात्मक सोच लेकर आए. क्योंकि जब तक आप के अंदर सकारात्मक सोच रहेगी तो आप किसी भी काम को सकारात्मक सोच के साथ काम कर पाएंगे और इसी तरह आप अपने कंपनी में बहुत बड़ा काम कर पाएंगे और आप बहुत जल्दी ही सक्सेसफुल व्यक्ति बन जाएंगे.


2. लिस्ट बनाना make a List 

नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस लोगों का बिजनेस है. यह अकेले आदमी का बिजनेस नहीं है, इसमें तभी कामयाब बन सकते हैं जब आप बहुत सारे लोगों का टीम बनाएंगे. यानी कि आपको बहुत ही मजबूत टीम बनानी पड़ेगी. आप तभी जाकर नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में सफल हो सकते हैं. इसके लिए आपको लिस्ट तैयार करनी पड़ेगी उन लोगों का जिन्हें आप जानते हैं. जैसे कि अपने दोस्त, रिश्तेदार, पड़ोसी इत्यादि. जिन्हें आप जानते हैं.


आपको इन लोगों का एक लिस्ट तैयार करना होगा कांटेक्ट नंबर के साथ. लिस्ट तैयार करते समय यह न सोचे कि आपका प्लान कौन-कौन समझेगा या बुलाने पर आएगा. आपको ईमानदारी के साथ सबका नंबर नाम लिखना होगा एक अच्छी लिस्ट तैयार करना होगा.


नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में फेल होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि वह लिस्ट तैयार नहीं करते हैं इस छोटी सी काम को करना भूल जाते हैं. इसी कारण सबसे ज्यादा लोग फेल हो जाते हैं. जब तक आप की लिस्ट नहीं होगी तब तक आप इस नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में बड़ा कुछ नहीं कर सकते हैं. तो आपको सबसे पहले आज और अभी लिस्ट तैयार करना होगा उन लोगों का जिन्हें आप जानते हैं.



3. बिज़नेस प्लान बताएं (शो द प्लान Show The Plan @ STP)

लिस्ट तैयार करने के बाद आपको इन लोगों को इनवाइट करना होगा यह सबसे महत्वपूर्ण कार्य है, फिर आपको एस टी पी करनी होगी यानी कि शो द प्लान प्लान के बारे में बताना होगा. आप जिस भी कंपनी में काम करते हैं उस कंपनी के प्लान के बारे में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए. तभी जाकर आप किसी दूसरे व्यक्ति को समझा सकते हैं, या पूरी जानकारी दे सकते हैं.


यदि आप नहीं समझा सकते हैं तो आप अपने अपलाइन की सहायता ले सकते हैं. अपनी सीनियर की सहायता ले सकते हैं , और वह अच्छे से कंपनी के प्लान के बारे में समझा सकते हैं. बहुत सारे लोग क्या गलती करते हैं कि उनको खुद प्लान दिखाना नहीं आता है वह खुद प्लान दिखाने लगते हैं उनको पूरी जानकारी नहीं होती है वह अधूरी ज्ञान बताने लगते हैं. ऐसा करने से आप हताश हो जाते हैं कभी भी ऐसी गलती ना करें.


शो द प्लान , प्लान दिखाने का तीन तरीका है

( I ) वन टू वन One to One Plan

यानी कि आप अपने अपलाइन के साथ उनके घर चले जाएं और उनसे मिलकर कंपनी के प्लान को बताएं या फिर आप अपने घर बुला ले और कंपनी के प्लान के बारे में समझाएं अपने अपलाइन के साथ, कंपनी के प्लान के बारे में आपके अपलाइन यानी सीनियर बताएंगे और साथ में आप भी ध्यान से उस प्लान के बारे में समझेंगे ताकि खुद बता सके और दूसरों को समझा सके.


( II ) ग्रुप मीटिंग Group Meeting

ग्रुप मीटिंग में आप अपने गेस्ट को प्लान समझा सकते हैं. आपके आसपास में ग्रुप मीटिंग होता होगा उसमें आप शामिल हो सकते हैं और प्लान दिखा सकते हैं या फिर आप खुद वीकली ग्रुप

मीटिंग रख सकते हैं. उसमें भी आप अच्छे से समझा सकते हैं. आपके ग्रुप मीटिंग में 8 से 10 लोग हो सकते हैं आप अपने अपलाइन के साथ मिलकर अच्छे से समझा सकते हैं. ऐसा करने से आपका कॉन्फिडेंस और बढ़ेगा .


( III ) बिग इवेंट या सेमिनार Big Event or Seminar

आप अपने गेस्ट को कंपनी के सेमिनार या बड़े इवेंट में ले जाएं क्योंकि वहां पर बहुत कुछ देखने और समझने का मौका मिलेगा और वहां पर बहुत कुछ देखने और समझने के बाद बहुत जल्दी जोइनिंग भी हो जाएगा. क्योंकि सेमिनार या इवेंट में सबसे बड़ा रिजल्ट देखने को मिलता है. यहां पर लोग अपने एक्सपीरियंस के बारे में बताते हैं कंपनी के बारे में बताते हैं और आप भी कैसे सफल हो सकते हैं उसके बारे में बताते हैं. वहां पर बहुत सारे सक्सेसफुल लोग होते हैं उनको सक्सेस कैसे मिली अपने सक्सेस इसके बारे में बताते हैं.


4 .फॉलो अप Follow Up

फॉलोअप सबसे महत्वपूर्ण कार्य है क्योंकि नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में कहा जाता है कि 10 परसेंट प्लान देखकर लोगों को समझ में आता है लेकिन नब्बे परसेंट जॉइनिंग फॉलोअप के द्वारा आता है क्योंकि जो लोग आपके प्लान देख कर जाते हैं उनके दिमाग में बहुत सारे सवाल होते हैं , डाउट होते हैं. बहुत सारे क्वेश्चन उनके दिमाग में चलते रहते हैं. उनके क्वेश्चन को हल करने के लिए हमे फॉलो अप करना होता है.


मैं बताना चाहूंगा दोस्तों फालो अप 24 घंटे से 48 घंटे के अंदर हो जानी चाहिए. आपको अपने अपलाइन के साथ गेस्ट के घर जाना चाहिए और आपको उनसे पूछना होगा कि कल आपने जो प्लान देखा वह कैसा लगा आपको, उनके भी बहुत सारे सवाल होंगे आपको उस सवाल को अच्छे से अपने अपलाइन के साथ समझाना होगा आपके अपलाइन उस सवाल और जवाब को समझा देंगे और बहुत जल्दी जॉइनिंग हो जाएगी.


जब व्यक्ति जॉइनिंग कर ले तो आपको स्टार्टअप करानी होगी यानी कि उस व्यक्ति को फिर से दोबारा एक बार प्लान के बारे में बताना होगा बहुत से लोग क्या करते हैं जॉइनिंग कर लेते हैं और फिल्ड में काम करने के लिए भेज देते हैं. आप ऐसा गलती कभी ना करें आप उसे बताएं कि आप अपनी लाइफ में यहां से क्या-क्या प्राप्त कर सकते हैं पूरी जानकारी देने के बाद ही स्टार्टअप करवाएं.


दोस्तों मैं बताना चाहता हूं कि आप किसी भी नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी में है तो सबसे महत्वपूर्ण काम है कि आप हंड्रेड परसेंट प्रोडक्ट यूजर बने जब तक आप कंपनी के प्रोडक्ट पर विश्वास नहीं करेंगे उस प्रोडक्ट का यूज नहीं करेंगे तब तक दूसरा व्यक्ति भी उस प्रोडक्ट का यूज क्यों करेगा, इसीलिए आपको प्रोडक्ट का 100 पर्सेंट यूज करना होगा तभी आप दूसरों को बता पाएंगे और समझा पाएंगे इसके बेनिफिट के बारे में.


एक बात बता दूं आप को जब तक आप उस प्रोडक्ट का प्रयोग नहीं करेंगे तब तक आप उस प्रोडक्ट के बारे में नहीं बता पाएंगे आपको कंपनी के जितने भी प्रोडक्ट है उसका हंड्रेड परसेंट प्रयोग करना होगा तभी जाकर आप दूसरों को भी समझा पाएंगे. इस प्रोडक्ट के बारे में आपको कंपनी का हर व्यक्ति को भी हंड्रेड परसेंट प्रोडक्ट का यूज करना होगा तभी जाकर आपका अच्छा इंसेंटिव बनेगा.

                                                                             

5. अटेंड ऑल मीटिंग एंड सेमिनार Attend All Meeting and Seminar

आपको कंपनी के हर ट्रेनिंग और सेमिनार को अटेंड करना होगा क्योंकि नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस सीखने का बिजनेस है. जब तक आप सीखने के लिए तैयार नहीं होंगे तब तक आप नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में कुछ बड़ा नहीं कर सकते हैं.


इसीलिए सबसे पहले आपको सीखना होगा हर मीटिंग , ट्रेनिंग हर सेमिनार में आपको अटेंड करना होगा हमेशा आपको सीखने के लिए तैयार होना पड़ेगा. तभी जाकर आप एक सक्सेसफुल व्यक्ति बन पाएंगे नेटवर्क मार्केटिंग बिजनेस में .


तो मैं उम्मीद करता हूँ दोस्तों आज का हमारा यह पोस्ट आप सभी बहुत पसंद आया होगा. यदि पोस्ट आप सभी को पसंद आया हो तो आप इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमे कमेंट करके बताएं की आप और किस टाइप का आर्टिकल पढना चाहते हैं . धन्यवाद !


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NETWORK MARKETING

नेटवर्क मार्केटिंग क्या है ?

 What is Network Marketing in Hindi

 

Network Marketing

नेटवर्क मार्केटिंग या डायरेक्ट सेल्लिंग  क्या है ? 

What is Network Marketing or Direct Selling ? 

          सन 1940  से यूरोप अमेरिका जैसे देशों में शुरू हुआ Network Marketing बिजनेस आज पूरी दुनिया में बिस्तर कर रहा है. इस बिजनेस के माध्यम से पिछले चार दशको  में हजरों करोडपति और लाखों लोग लखपति बने हैं. भारत में इस बिजनेस को शुरू हुए अभी कुछ वर्ष हुए हैं , लेकिन इस कुछ वर्षों में ही एक असामान्य Growth देखने को मिली है . बहुत तेजी से इस बिजनेस ने लोगो को आमिर बनाया है .ऐसे बहुत सरे लोग जिनमें कुछ कर दिखने का जज्बा था , काबिलियत थी , बड़े बड़े सपने थे लेकिन कोई अच्छा Platform नही मिला , इस बिजनेस के माध्यम से आमिर बन गये .


What is Network Marketing


Network Marketing or Direct Selling

        कोई नया बिजनेस नही है , यह सिर्फ बिजनेस करने का एक नया तरीका है. जो लोग इसे नही समझ पाते वह बाकि कामों की तरह ही इस कम का भी आलोचना करते रहते हैं . लेकिन जो लोग समझदारी से इस बिजनेस की पूरी जानकारी लेते हैं, अध्ययन करते हैं, और इसे सिख कर करते हैं , वह किसी भी अन्य बिजनेस से ज्यादा धन कमाते हैं. आज हमारे देश में इस बिजनेस की जागरूकता बढ़ रही है . न की इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगो ने बल्कि आज भारत सरकार ने भी इस इंडस्ट्री की अपार  क्षमताओं को समझते हुए इसे नियमित एवं सुचारू रूप से चलने के लिए Guideline तयार करी है .जिसे भारत सरकार के उपभोक्ता मंत्रालय के देख रेख में चलाया जा रहा है और जिससे उपभोक्ताओं के हित को सुरक्षित करते हुए सरकार ने आज सफल प्रणाली तयार कर ली है.


Traditional Marketing परम्परागत बाज़ार

          यह वह मार्केटिंग सिस्टम है जिसे हम वर्षो से देख रहे हैं. हमतक पहुचने वाले 90 प्रतिशत से भी ज्यादा प्रोडक्ट्स इसी माध्यम  से पहुँच रहे हैं. निचे दिए गए चित्र में आप देख रहे हैं की कोई भी प्रोडक्ट्स जो हमतक निश्चित मूल्य में पहुचता है, उसे बनाने में कम्पनी को 30 प्रतिशत का खर्च आता  है. इसके बाद 5 प्रतिशत C & F का मुनाफा होता है जो प्रोडक्ट्स को कम्पनी से डिस्ट्रीब्यूटर तक पहुचाते हैं .



          लगभग 5 प्रतिशत डिस्ट्रीब्यूटर लेता है और डीलर को प्रोडक्ट्स पहुंचता  है . डीलर अपना मुनाफा रखकर रिटेलर को दे देता है और रिटेलर 15-20 प्रतिशत मुनाफा रखकर सामान ग्राहक को बेचता है . इन सब लोगों के मुनाफे के अलावा Transport Expenses और एक बहुत बड़ा हिस्सा 35-40 प्रतिशत विज्ञापन करने में खर्च किया जाता हैं और उनलोगों में बाँट दिया जाता है जो प्रोडक्ट्स का प्रचार तो कर रहे हैं , लेकिन खुद सायद उसका इस्तेमाल नही करते हैं.


          मीडिया के दूनिया की एक खबर के अनुसार सचिन तेंदुलकर ने पेप्सी के विज्ञापन में काम करने का कई करोड़ रुपया लिया लेकिन आज तक क्रिकेट के मैदान में उन्हें पेप्सी पीते  नही देखा गया हमेशा वह बिदेशी जूस या विदेशी पेयजल ही पीते थे लेकिन ग्राहक द्वारा खरीदी गयी हर पेप्सी में से एक बड़ा हिस्सा विज्ञापन के खर्च में जाता है .


आपने देखा होगा बड़े बड़े फिल्म स्टार कई तरह के प्रोडक्ट्स के लिए विज्ञापन करते हैं  जिसके लिए कम्पनियाँ भरी रकम चुकाती हैं. अंततः यह बोझ ग्राहक पर पड़ता है .इस सिस्टम को हम पूर्ण मार्केटिंग सिस्टम कहते हैं.


Direct Selling प्रत्यक्ष व्यापर

          कई वर्ष पहले एक Survey हुआ तो पता लगा की दुनिया में 97 प्रतिशत लोग कोई भी प्रोडक्ट्स फिल्मस्टार को देखकर नही बल्कि अपने किसी जान पहचान वाले या किसी खास पहचना वाले से ही सलाह मसवारा करके ही लेते हैं या ज्यादातर सेल्स तभी होती हैं , जब कोई आपका अपना विश्वाश वाला व्यक्ति आपको रेफर करता है और इसी Refrence System को आधार मानते हुए एक नए मार्केटिंग सिस्टम “Direct Selling ” की शुरुआत हुई . अगर आप इस सिस्टम को ध्यान से देखेंगे तो कुछ निम्न प्रकार से होगा.


Direct Selling


इस सिस्टम में कोई भी प्रोडक्ट्स कंपनी से ग्राहक तक Direct Selling  के द्वारा पहुँचता है और यह नेटवर्क वह लोग मिलाकर बनाते हैं जो कम्पनी के प्रोडक्ट्स को खरीदते हैं , उन्हें इस्तेमाल करते हैं और उनका प्रचार करते हैं या अपने दोस्तों या रिश्तेदारों को Refer करते हैं.


          यह काम कोई नया कम नही है. दरअसल ये कम तो जाने अनजाने कई सालो से हम करते ही आ रहे हैं , जैसे की आपने कई किसी कपडे के दुकान के बारे में अपने मित्रों को बताया होगा . Restaurant में खाना खाने के बाद अपने मित्रो में उसकी तारीफ भी की होगी या दुसरे शब्दों में Refer  भी किया होगा की वह वहां जाएँ और खाना जरुर खाएं . कई बार फिल्मों के लिए, Motor Cycle या कार के लिए दोस्तों को बताते हैं, की वह कौन सी खरीदें.



 

          यह देखा गया है की 90 प्रतिशत से ज्यादा बार वह आपकी बात मानकर उस प्रोडक्ट्स को खरीदते हैं जिसे आप Refer करते हैं . लेकिन आज तक Refer की गयी कम्पनी से उसके  बदले कुछ फायदा नही मिला क्योंकि अगर आपके एक Reference पर अगर कोई मित्र किसी कम्पनी की Motor Cycle खरीदता है तो उसका सारा मुनाफा पुराने सिस्टम के द्वारा डीलर और डिस्ट्रीब्यूटर में बाँट दिया जाता है लेकिन Direct Selling  में ऐसा नही होता .


          इसमें आप कम्पनी का प्रोडक्ट्स खरीदकर आप कम्पनी में जुड़ जाते हैं और फिर अगर आप किसी को भी प्रोडक्ट्स Refer करते हैं तो  उसके लिए आपको मुनाफा भी मिलता है. Direct Selling सिस्टम आज दुनिया की बड़ी से बड़ी कम्पनियाँ भी अन्तराष्ट्रीय स्टार पर अपने व्यापार को बढाने दे लिए इस आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर रहीं हैं . आपको भी कई बार Make My Trip , Yatra.com , Ola या Uber cabs के तरफ से ऐसे messege या Email आये होंगे या किसी नए व्यक्ति को प्रोडक्ट्स या सार्विस Refer करने पर बहुत अच्छा कमीशन दिया जाता है.आज तो बड़ी बड़ी कार बेचने वाली कंपनिया भी 10000 – 15000 रूपया तक देने लगी हैं.


अभी हाल ही में  माननीय श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी BHIM APP प्रचार करने के लिए  Reference Marketing का ही सहारा लिया . हर व्यक्ति जो इस APP के बारें में दूसरो को बताएगा उसे भी 20-25 रूपया आय होगी . सबसे खास बात यह है की Direct Selling में न सिर्फ आपके द्वारा की गयी सेल्स पर कमीशन मिलता है बल्कि जिन लोगो को आपने प्रोडक्ट देकर टीम में जोड़ा है उनके द्वारा की गयी सेल्स पर भी कमीशन मिलता है .जितने भी लोग इस सिस्टम से प्रोडक्ट्स खरीदते हैं वो सभी लोग इस नेटवर्क का हिस्सा होते हैं और सभी लोग एक टीम में मिलकर काम  करते हैं . इस सिस्टम में बिजनेस करने के लिए लोग एक दुसरे कि सहायत भी करते हैं और सबसे खास बात यह है की सभी लोग मिलकर पैसा कमाते हैं .


Why Network Marketing / Direct Selling नेटवर्क मार्केटिंग क्यू करें ??

  1. इस बिजने से आप स्थाई और जितना चाहे उतना पैसा कम सकते हैं .

  2. इस बिजनेस से आपको पैसा और समय दोनों की आजादी मिलती हैं.

  3. इस बिजनेस से आप काम करके सारी जिन्दगी पैसा कम सकते हैं , जो की आपके बाद आपके बच्चो को दी जाती है.

  4. इस बिजने में आपको कोई बड़ी पूंजी नही लगनी पड़ती है.

  5. कम से कम शुरुआती खर्च से आप इसे शुरू कर सकते हैं . इस लिए कोई नुकशान का खतरा भी ही होता .

  6. आप खुद फैसला कर सकते हैं की आप से पार्ट टाइम या साइड बिजनेस की तरह करना चाहेंगे या फुल टाइम बिजनेस की तरह .

  7. इसे घर से ही किया जा सकता है किसी दुकान या दफ्तर की कोई जरुरत नहीं.

  8. यह राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर का बिजनेस है पुरे भारत में व कहीं से भी किया जा सकता है.

  9. यह घर – घर जाकर सेल्स मैन की तरह सामान बेचने का बिजनेस नही है .

  10. यह बिजनेस बिना जानकारी के भी शुरू किया जा सकता है , क्योकी कम्पनी अपने Educational System   द्वारा तयार की गयी ट्रेनिंग प्रोग्राम के साथ आपको और आपके टीम के लीडर्स को इस बिजनेस में निपुण बनाने के लिए निरंतर प्रयास करती है.

  11. Network Marketing / Direct Selling बिजनेस में आपके व्यक्तित्व का विकास भी होता है.

  12. Network Marketing / Direct Selling बिजनेस आपको समाज में पहचान और प्रतिष्ठा मिलती है .

  13. किसी भी अन्य काम के अलवा Network Marketing / Direct Selling में ज्यदा धन कमाया जा सकता है .

      (14) बहुत सरे लोगों से मिलते रहने से          आपका Social Circle भी बढ़ता है.

     (15) बौधिक विकास भी होता हो आत्मविश्वास भी बढ़ता है.


Network Marketing / Direct Selling के और भी बहुत सारे फायदे हैं यदि इसे अच्छे से  सीख कर 3 , 4 साल कर लिया जाये तो मेरा यह दावा है की आपके जीवन में बहुत सारा धन,जीवन जीने के लिए बहुत सारा समय और सुरक्षित भविष्य तीनो चीजें पास होंगी ।



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WHY ?? 

WHY NETWORK MARKETING

  1. Extra income (अतिरिक्त आय)

  2. Part time job ( पार्ट टाइम काम)

  3. Future security (भविष्य की सुरक्षा)

  4. सपनों को पूरा करने का लक्ष्य पूरा करना।

  5. बड़ा घर , बड़ी कार , देश विदेश की यात्राएं।

  6. Passive income (निष्क्रिय आय )

  7. बड़ा बैंक बैलेंस 

  8. दान पुण्य 

  9. जायदाद बनाना

  10. मान सम्मान , ख्याति 

  11. Money freedom + Time freedom + security =Financial (फाइनेंसियल) freedom

  12. जिंदगी को खुद की शर्तों पर जीना ।

  13. खुद के बॉस

  14. Personality Development (सीखने , सिखाने के हुनर को विकसित करना)।

  15. अपनी अलग पहचान बनाना।


  

HOW

Follow the system

(सिस्टम के अनुसार चल कर )


सिस्टम क्या है ?

  1. Use the Products(प्रोड्क्टस इस्तेमाल करें)

  2. Share /promote the products ( प्रोड्क्टस के बारे में चर्चा करें और बाटें)

  3. Make a list (लिस्ट बनाएं अपने सबसे करीबी मित्रों , जानकर , रिश्तेदारों की @  जो आपकी बात मान कर आपके साथ व्यापार करने को तैयार हो जाएंगे।  

FORMATE FOR MAKING LIST

F= फैमिली ,& FRIENDS

R=RELETIVES

I= INSTUTUTES/ SCHOOL/ COLLEGE

E=EMPLYEES

N=NABOURES

D=DOCTORS / SISTERS / HOSPITALS

S=STRAINGERS

  1. आमंत्रित करें / विजिट करें।

  2. Show the plan (STP) बिज़नेस प्लान बताएं  

  3. टीम बनाएं और टीम में काम करें।

  4. फॉलो अप करें।


What

(क्या करें)


  1. 100 %  125 PPV हर माह @ करीब 3000 से 4000 की खरीदी करें और यही बात अपने ग्रुप में सिखाएं । 

डुप्लीकेट करें। सीखें और सिखाएं।

  1. 6 वर्किंग लेग्स @ 6 लोगों के साथ मिल कर काम करें । 

7 दिनों का 1-2 घंटे का कार्यक्रम

  1. Monday

(सोमवार)= Mr mukesh

  1. Tuesday

(मंगलवार)= Tuwariji

  1. Wednusday

(बुधवार)= Wellness प्रोग्राम

  1. Thusday

(वीरवार)= ठाकुर  / ठेकेदार जी

  1. Friday(शुक्रवार)= बेस्ट friends

  2. Suterday

(शनिवार)= नए व्यक्ति की खोज।

  1. Sunday (रविवार) = पूरी टीम के साथ मीटिंग अटेंड कीजिये।


  1. 2 प्लान DAILY 

(रोज ) दिखाएं। रोज 1-2 घंटे बिज़नेस के बारे में सीखें @ अप्डेट्स रहें।

  1. रोज कम से कमआधा घंटे सकारात्मक सोच की पुस्तकें पढ़ें ।

  2. एक वीडियो /  ऑडियो रोज सुनें।

  3. मीटिंग , सेमिनार में भाग लें। जितने ज्यादा इवेंट में जाएंगे , उतना ज्यादा सीखेंगे , और टीम में इसी प्रक्रिया को ट्रांसफर करते रहिए।

  4. रोज सिस्टम फॉलो करें  , औऱ जल्दी से जल्दी प्लान , मीटिंग लेना , मोटिवेट करना , हेल्थ प्लान देना  , बिज़नेस डुप्लीकेट करना सीख लीजिए।

  5. सीखें  , सिखाएं  और सिखाना सिखाएं।

डुप्लीकेट , Duplication + multiplication =  Success 100%